धरना प्रदर्शन करते हुए किया कार्य बहिष्कार
अनूपगढ़(सीमा सन्देश)। राज्य सरकार द्वारा अनूपगढ़ जिले को समाप्त किए 2 महीने पूरे होने पर अनूपगढ़ बार संघ ने शुक्रवार को काला दिवस मनाते हुए कार्य बहिष्कार किया। साथ ही, कोर्ट कॉम्प्लेक्स में सांकेतिक धरना लगाकर अपना विरोध जताते हुए अधिवक्ताओं ने अनूपगढ़ जिले को बहाल करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा। बार संघ सचिव सुरेंद्र चालिया ने बताया कि ज्ञापन में मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि 29 दिसम्बर को अधिसूचना जारी कर सरकार ने नवगठित जिला अनूपगढ़ को निरस्त कर दिया जिससे आमजन आहत एवं निराश है। नवगठित जिला अनूपगढ़ में जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित लगभग 18 जिला स्तरीय आमजन से संबंधित कार्यालय विगत 17 माह से सुचारू रूप से चल रहे थे। इन नए कार्यालयों में व्यापार मण्डल एवं अन्य सेवी संस्थाओं के सहयोग से आवश्यक फर्नीचर एवं मूलभूत सुविधाओं उपलब्ध करवायी गयी। समस्त विभागों के पास आवश्यकतानुसार भवन इत्यादि उपलब्ध थे, जिनसे आमजन जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सरकार की योजनाओं का त्वरित लाभ प्राप्त कर रहा था तथा आमजन को त्वरित परिवादों के निस्तारण होने से सुशासन का लाभ मिल रहा था।
पुन: किया जाए बहाल
ज्ञापन में मांग कि गई है की आमजन की जन भावनाओं एवं अत्यन्त पिछड़े क्षेत्र की समस्याओं, आमजन से संबंधित संलग्न बिन्दुओं को दृष्टिगत रखते हुए अनूपगढ़ जिले को पुन: बहाल किया जाए। इस अवसर पर जिला बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट सुरेश बिश्नोई, बार संघ अनूपगढ़ के सचिव सुरेंद्र चालिया, उपाध्यक्ष सोमदत्त कचोरियां, हरिचन्द अरोड़ा, मूलाराम जांगू, पवन चुघ, रवि बलाना, प्रवीण राठोड़, अमित बसीर, रामेश्वर लाल, हर्षवर्धन सिंह, बलदेव सेन अवतार सिंह, दिनेश कामरा, गुरतेज सिंह आदि अधिवक्ता उपस्थित थे।