Sunday, June 15निर्मीक - निष्पक्ष - विश्वसनीय
Shadow

यूडीएच के दलाल लोकेशके का बड़ा नेटवर्क, आईएएस-आईपीएस समेत 65 आफिसर्स से लिंक, कांग्रेस नेता के बेटे की 24 फाइलें बरामद

उदयपुर। यूडीएच के अधिकारियों के नाम पर 12 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार दलाल लोकेश जैन से जुड़े चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। स्वायत्त शासन, नगरीय विकास एवं आवासन विभाग(यूडीएच) के अधिकारियों के नाम 12 लाख रुपए की घूस लेते गिरफ्तार दलाल लोकेश जैन के घर से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने 150 फाइलें बरामद की हैं। जिनमें से 24 फाइलें कांग्रेस नेता के एक बेटे की हैं। साथ ही पता चला है कि दलाल लोकेश के आईएएस, आईपीएस सहित 65 आफिसर्स से संबंध थे, जिनका संबंध उदयपुर से रहा है।
10 आईएएस, 15 आईपीएस तथा 40 आरएएस से संबंध
एसीबी सूत्रों ने बताया कि दलाल के जिन अधिकारियों से संबंध उजागर किए गए हैं, उनमें 10 आईएएस, 15 आईपीएस तथा 40 आरएएस शामिल हैं। पिछले दस सालों से वह उनके संपर्क में था। ये प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी वे हैं जो लंबे अरसे से उदयपुर में जमे हैं या उदयपुर की नगर विकास प्रन्यास में उनकी पोस्टिंग है।
कांग्रेस नेता के बेटे की मिली फाइलें
सर्च वारंट के बाद दलाल के घर की तलाशी के दौरान बरामद 150 फाइलों में से 24 फाइलें उदयपुर कांग्रेस नेता के बेटे की हैं, लेकिन एसीबी ने कांग्रेस नेता के नाम का खुलासा फिलहाल नहीं किया है, हालांकि कहा कि कांग्रेस नेता की पहचान रिसोर्ट कारोबारी के रूप में है।
उदयपुर यूआईटी में सात दलाल सक्रिय
12 लाख रुपए की घूस लेते पकड़े गए दलाल के नेटवर्क से एसीबी भी हैरान है। बताया गया कि उदयपुर की नगर विकास प्रन्यास में सात अन्य दलाल सक्रिय थे। ये दलाल प्रन्यास अधिकारियों और कर्मचारियों के कमरों में बैठकर फाइलों पर डिस्कस करते थे।
आफिसर्स भूमि रूपान्तरण के एवज में लेते थे साठ फीसदी रिश्वत
एसीबी ने यह भी खुलासा किया कि दस हजार वर्गफीट जमीन का रूपान्तरण के एवज में दलाल 5 रुपए प्रति वर्ग फीट के हिसाब से रुपए लेते हैंं। जिसमें से साठ फीसदी पैसा आफिसर्स के पास जाता है। बाकी के पैसे दलाल अपने पास रखता है।
आदिवासियों की जमीन हड़पने में माहिर दलाल
यूआईटी उदयपुर में सक्रिय दलाल आदिवासियों की जमीन हड़पने में भी माहिर हैं। वे शहर के आसपास के गांवों में आदिवासियों की भूमि सस्ती दर पर खरीदकर उनका रूपान्तरण करके सामान्य वर्ग के व्यक्ति के नाम कराकर पट्टा जारी करा लेते हैं। एसीबी ने भी यह खुलासा किया है कि यूआईटी पैराफेरी की जमीन के रूपान्तरण में दलाल सात से आठ फीसदी तक पैसा वसूलते हैं। उल्लेखनीय है कि एसीबी ने यूडीएच अधिकारियों के नाम 12 लाख की घूस लेते गिरफ्तार किया था। इस मामले में यूडीएच के प्रमुख सचिव रहे कुंजीलाल मीणा, संयुक्त सचिव मनीष गोयल के अलावा उदयपुर के मामले देखने वाले अनुभाग अधिकारी हरिमोहन मीणा को भी केस में नामजद किया है।