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शराब पिलाकर युवक को जीप से कुचल कर मारा, शव लेने से इनकार

  • मृतक के परिजनों का पुलिस थाने पर विरोध प्रदर्शन
    संगरिया.
    थाना क्षेत्र के गांव मोरजंडसिखान में बीती रात एक युवक की हत्या हो गई। जबकि उसको बचाने आया युवक घायल हो गया। दोनों रिश्त में भाई लगते हैं। घटना में आरोपियों ने मृतक को पहले शराब पिलाई फिर जीप से रोंद डाला। तेज धारदार हथियारों से रक्तरंजित एवं मरणासन्न अवस्था में छोडकऱ चले गए। मृतक करीब बीस दिन पहले ही जमानत पर छूटकर घर आया था। मृतक के पिता गांव निवासी गुरदास सिंह पुत्र साधु सिंह मजहबी सिक्ख ने इस आशय की रिपोर्ट थाना में दी है। पुलिस ने हत्या सहित अन्य धाराओं में मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू की है। कुछ लोगों को राउंडअप भी किया है।
    थाने पर किया प्रदर्शन
    उधर, हत्यारोपियों की गिरफ्तारी तथा सख्त कार्रवाई की मांग लेकर करीब दस बजे थाना के भीतर ग्रामीण एवं परिजनों ने धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने शव लेने से इंकार कर दिया। आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बाद ही अंतिम संस्कार करने की बात कही। मृतक की मां, पत्नी व बुजुर्ग महिलाएं विलाप करने लगीं। पुलिस की ओर से राउंडअप व्यक्तियों को इस मामले में शामिल नहीं होना बताते हुए नामजद लोगों को गिरफ्तार कर लाने की बात कही। तब तक धरने पर बैठे रहने की चेतावनी दी गई। थाना प्रभारी सुभाषचंद्र कच्छावा के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने समझाइश की, पर वे नहीं माने और गेट के आगे धरने पर बैठ गए। आरोप लगाया कि वे लोग गरीब तबके के हैं और आरोपी पैसे व पहुंच वाले हैं। ऐसे में पुलिस उन्हें बचाने का प्रयास कर रही है। लेकिन थाना प्रभारी ने निष्पक्ष व न्यायसंगत कार्रवाई कर आरोपियों को पकडऩे की बात कही।
    यह है मामला
    थाना प्रभारी सुभाषचंद्र ने बताया कि मामले अनुसार आठ जून रात्रि 11 बजे बलकरण सिंह पुत्र गुरदास सिंह एवं उसका मित्र जीवन सिंह ठेके के पास से गुजर रहे थे। वहां बैठे गांव मोरजंडसिखान निवासी गुरमीत सिंह उर्फ गिती उसका भाई हरजीत उर्फ बोग पुत्र बलवीर सिंह, रोबिन पुत्र हरजीत सिंह, बलवीर सिंह पुत्र मुंशी सिंह जटसिक्ख ने मिलकर बलकरण सिंह उर्फ काली एवं जीवन सिंह पुत्र पालसिंह निवासी वार्ड एक मोरजंडसिखान को रोक लिया और जबरन शराब पिलाई। नशे की हालात में करके जीवन सिंह को मौके से डरा धमका कर भगा दिया। बलकरण सिंह को डंडों से पीटना शुरू कर दिया। अपनी जीप से धक्का देकर नीचे गिरा दिया। फिर जीप चढ़ा दी। बार-बार जीप उसके ऊपर चढ़ाकर जान से मारने के लिए डंडों, कृपाण, गंडासा, तलवार एवं बरछा से मारपीट की। संगरिया से गांव लौट रहे गुरलाभ सिंह पुत्र गुरदास सिंह निवासी मोरजंड सिक्खान को जीवन सिंह ने बताया कि चाचा बलकरणसिंह को आरोपी जान से मार रहे है तो वह उसे बचाने गया। आरोपियों ने गुरलाभसिंह के दांए हाथ पर कृपाण से वार कर दिया। इससे उसका हाथ कट गया और गंभीर चोटें आई। आरोपी काली को लहूलुहान हालात में मृत समझकर छोडकऱ चले गए।ठेके पर शराब पीते समय जगपालसिंह उर्फ रेड़ा एवं अन्य मौजूद थे। मौके पर एंबूलेंस आई जिसमें वह बेटे एवं गुरनाम सिंह को संगरिया अस्पताल लेकर आया। जहां गुरलाभ सिंह का निजी अस्पताल में ईलाज हुआ। लेकिन काली को गंभीर हालात में हनुमानगढ़ रेफर कर दिया। जहां उपचार के दौरान कुछ समय बाद ही उसकी मृत्यु हो गई।