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अलवर में पायलट की अकेले उड़ान:पूर्व डिप्टी सीएम सचिन के दौरे में हर बार जैसा काफिला, लेकिन आगे-पीछे अलवर का एक भी विधायक नहीं, दौसा और बांदीकुई के MLA दिखे साथ

अलवर

कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट रविवार को अलवर आए। पहले कठूमर के विधायक बाबूलाल बैरवा के आवास पर पहुंचे। फिर राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधायक जौहरीलाल मीणा के घर गए। खास बात यह रही कि अलवर का कोई भी विधायक सचिन पायलट के आगे-पीछे नजर नहीं आया, इससे चर्चा चल पड़ी कि पायलट खेमा अलवर के विधायकों में सेंध नहीं मार सका है। वैसे पायलट का यह अलवर दौरा राजनीतिक नहीं था। वे कठूमर के समूची गांव में सैनिक और राजगढ़ विधायक की पत्नी पांची देवी के निधन पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। लेकिन, पायलट के साथ करीब 60 गाड़ियों का काफिला था। अलवर जिले में किशनगढ़बास में हाइवे पर विधायक दीपचंद खैरिया के कार्यालय पर पायलट का स्वागत किया गया, लेकिन खुद खैरिया वहां मौजूद नहीं थे। पूर्व डिप्टी सीएम के दौरे में हमेशा ऐसा ही काफिला होता है। पहले पद पर थे तो स्थानीय विधायक आते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया।
खुद पायलट बैरवा के घर गए
सचिन पायलट रविवार दोपहर को जयपुर से दौसा होते हुए अलवर आए। सबसे पहले कठूमर विधायक बाबूलाल बैरवा के आवास पर पहुंचे थे। यहां से बैरवा के बेटे के साथ वे राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ के विधायक जौहरीलाल मीणा के घर गए। असल में बाबूलाल बैरवा चलने-फिरने में सक्षम नहीं है। इसलिए उनका बेटा साथ गया था। लेकिन, इनके अलावा कोई अन्य विधायक उनके साथ नजर नहीं आया।

खेड़ली में सचिन पायलट लोगों के बीच में।

खेड़ली में सचिन पायलट लोगों के बीच में।

ये तीन विधायक साथ आए
पायलट के साथ बांदीकुई से जीआर खटना व दौसा विधायक मुरारीलाल मीणा व बयाना के विधायक अमरसिंह साथ में आए थे। अलवर का कोई भी विधायक उनके काफिले में शामिल नहीं हुआ। न किसी विधायक ने पायलट का कहीं स्वागत किया।

अलवर में कुल 11 विधायक
अलवर में कुल 11 विधायक हैं। इसमें भाजपा के केवल दो विधायक अलवर शहर से संजय शर्मा व मुण्डावर से मंजीत चौधरी हैं। बाकी सब कांग्रेस के विधायक हैं। चुनाव के समय दो विधायक बसपा से जीते थे और दो निर्दलीय है। पांच विधायक कांग्रेस से जीते थे। बाद में कांग्रेस व बसपा विधायक भी कांग्रेस में शामिल हो गए थे। लेकिन, फिलहाल अलवर जिले से कांग्रेस के 9 विधायक हैं। निर्दलीय व बसपा के विधायक भी कांग्रेस में आ चुके हैं। इनमें से कोई भी विधायक सचिन पायलट के साथ आकर खड़ा नहीं हुआ। जिसको लेकर चर्चा भी रही।

विधायक बाबूलाल बरैवा के आवास सचिन पायलट।

विधायक बाबूलाल बरैवा के आवास सचिन पायलट।

पायलट ने राजनीतिक बयान नहीं दिया
इस मौके पर सचिन पायलट ने किसी तरह का राजनीतिक बयान भी नहीं दिया। उन्होंने यही कहा कि वे कठूमर के समूची गांव में सैनिक को श्रद्धांजलि देने आए थे। परिवार की मांग को सरकार तक भिजवाएंगे। ताकि सैनिक को शहीद का दर्जा मिल सके। परिवार के साथ खड़े है। किसी भी तरह की सहायता की जरूरत पड़ी तो मदद करेंगे।

कई जगहों पर स्वागत
पायलट का दौसा से अलवर आते समय राजगढ़, कठूमर में कई जगहों पर स्वागत किया गया। अलवर से दिल्ली जाते समय भी पायलट का तिजारा-भिवाड़ी सहित कई जगहों पर कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया है। लेकिन, कहीं विधायक नजर नहीं आए। उधर, भारी भीड़ के कारण कोरोना गाइडलाइन की खूब धज्जियां उड़ीं।

एमएलए दीपचंद खैरिया के कार्यालय पर स्वागत

एमएलए किशनगढ़बास दीपचंद खैरिया के कार्यालय पर सचिन पायलट का स्वागत किया गया। लेकिन, खुद विधायक खैरिया वहां मौजूद नहीं थे। पहले तो पायलट का कार्यालय के बाहर स्वागत किया गया। बाद में एक मिनट के लिए पायलट कार्यालय में गए। पायलट का किशनगढ़बास में तीन जगहों पर स्वागत किया गया।

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