श्रीगंगानगर
रीको स्थित विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड में एक सुपरवाइजर ने बुधवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कर्मचारी द्वारा आत्महत्या करने की खबर जैसे ही फैक्ट्री के अन्य मजदूरों को मिली तो उनमें आक्रोश भड़क गया। फैक्ट्री में मजदूर के आत्महत्या करने की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची, परन्तु मजदूरों ने मिल प्रबंधन पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए पुलिस-प्रशासन को फैक्ट्री में घुसने से रोक दिया। विकास डब्ल्यूएसपी फैक्ट्री कर्मचारी बलवन्त सुथार ने बताया कि हनुमान सुथार पुत्र लेखराम निवासी लालगढ़ जाटान यहां डिजी सुपरवाइजर इंचार्ज के पद पर कार्यरत थे। हमेशा की तरह बुधवार को भी वे सुबह अपनी ड्Þयूटी पर 9 बजे आ गए। शाम 5 बजे उनकी ड्यूटी समाप्त होनी थी। दोपहर को भी उनसे मुलाकात हुई थी उसके बाद वे अपने कमरे में चले गए। शाम करीब छह बजे उनकी यूनिट का एक कर्मचारी उनके पास गया तब देखा की हनुमानराम फांसी के फंदे पर लटके हुए थे। बलवन्त सुथार ने बताया कि मजदूरों में इस घटना से आक्रोश है। यह सब आर्थिक तंगी के चलते हुआ है। उल्लेखनीय है यहां के कर्मचारी लम्बे समय से बकाया वेतन की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
देर रात तक मनाने में जुटे: एसडीएम
रिको स्थित विकास डब्ल्यूएसपी फैक्ट्री में सुसाइड की सूचना पर कई अधिकारी पहुंचे। रात करीब 11 बजे एसडीएम उम्मेदसिंह रत्नू ने ‘सीमा संदेश’ को बताया कि मामले में कर्मचारियों को समझाने का प्रयास जारी है। वार्ता से हल निकालने का प्रयास है।