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एस जयशंकर का जयराम रमेश को जवाब- MEA कभी नहीं सोता, हम विदेशी दूतावासों की कर रहे मदद

नई दिल्ली।

विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि वह भारत में सभी विदेशी दूतावासों के सतत संपर्क में है और उनकी चिकित्सा संबंधी तथा खास तौर पर कोविड-19 से जुड़ी मांगों पर जवाब दे रहा है। मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि दूतावासों की चिकित्सा संबंधी मांगों में अस्पतालों में उपचार संबंधी सुविधा मुहैया कराना शामिल है। उन्होंने सभी से ऑक्सीजन सहित आवश्यक आपूर्ति से जुड़ी सामग्री की जमाखोरी न करने की अपील की। 

इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश पर निशाना साधा, जब उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि भारतीय युवा कांग्रेस विदेशी दूतावासों के संकटकालीन संदेशों (एसओएस) को देख रही है और आश्चर्य जताया कि क्या विदेश मंत्रालय सो रहा है? 

रमेश ने भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी के ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो को साझा किया, जिसमें दिल्ली में फिलीपीन के दूतावास में एक मिनी वैन ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ प्रवेश करते दिखाई देती है। रमेश ने भारतीय युवा कांग्रेस की सराहना की। 

जयशंकर ने ट्वीट किया, ”एमईए ने फिलीपीन के दूतावास से संपर्क किया। यह अनचाही आपूर्ति थी और वहां कोई कोविड-19 का मामला नहीं था। स्पष्ट है कि यह आपकी ओर से सस्ती लोकप्रियता के लिए था। जब लोगों को ऑक्सीजन की काफी जरूरत हो तब इस प्रकार से सिलेंडर देना विस्मयकारी है।”

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ”जयराम जी, एमईए कभी नहीं सोता है। हमारे लोग पूरी दुनिया में जानते हैं। एमईए कभी फर्जी बातें भी नहीं करता। हम जानते हैं कि कौन करता है।”

गौरतलब है कि श्रीनिवास ने #एसओएसआईवाईसी कैप्शन के साथ वीडियो ट्वीट किया। श्रीनिवास ने अपनी टीम द्वारा न्यूजीलैंड उच्चायोग को ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति करने का वीडियो साझा किया। उन्होंने त्वरित राहत के लिए भारतीय युवा कांग्रेस की टीम को धन्यवाद दिया। 

इस बीच, न्यूजीलैंड उच्चायोग ने ट्वीट किया, ”हम सभी स्रोतों से ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करने का प्रयास कर रहे हैं और दुर्भाग्य से हमारी अपील का गलत अर्थ निकाला गया जिसके लिए हमें खेद है।”

दूसरी ओर, बागची ने अपने बयान में कहा कि विदेश मंत्रालय विदेशी मिशनों की चिकित्सा संबंधी मांग पर जवाब दे रहा है। मुख्य प्रोटोकॉल और प्रकोष्ठों के प्रमुख सभी उच्चायोगों/दूतावासों के सतत संपर्क में हैं और उनकी चिकित्सा संबंधी मांगों पर जवाब दे रहे हैं, जिसमें अस्पतालों में उपचार की सुविधा भी शामिल है। बागची ने संवाददाताओं के सवालों पर कहा, ”महामारी की स्थिति को देखते हुए हम सभी से आग्रह करते हैं कि वे आक्सीजन सहित जरूरी आपूर्ति को जमा नहीं करेंगे।”

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच चिकित्सीय ऑक्सीजन की गंभीर कमी का सामना कर रही है। 

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