कुर्सी बचाने और भ्रष्टाचार करने में निकाल दिए साढ़े चार साल : सीपी जोशी
by seemasandesh
भीलवाड़ा मामले में पुलिस पर सबूत मिटाने में सहभागी होने का लगाया बड़ा आरोप हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी का कहना है कि साढ़े चार वर्ष पहले कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में जो बातें कहीं उस पर यह सरकार बिल्कुल भी खरी नहीं उतर पाई। हनुमान जी की नगरी हनुमानगढ़ की धरती पर कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन राष्टÑीय अध्यक्ष राहुल गांधी और वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान की जनता के साथ वादा किया था कि दस दिन में राजस्थान के किसानों का सम्पूर्ण कर्जा माफ कर देंगे। लेकिन साढ़े चार वर्ष के बाद भी आज राजस्थान का किसान टकटकी लगाए बैठा है कि कब कर्जा माफ होगा। आज हजारों किसानों की जमीनें नीलामी व कुर्की की कगार पर हैं। इसकी जिम्मेदार यह सरकार है। क्योंकि अगर सरकार कुछ कर नहीं सकती तो उसे किसानों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार भी नहीं है। कांग्रेस पार्टी अपने घोषणा पत्र में वही बातें डाले जिसे अमल में ला सकती हो। भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष देवेन्द्र पारीक के पदभार ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने शुक्रवार को हनुमानगढ़ आए जोशी ने भाजपा जिला कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस सरकार ने राजस्थान के लाखों-करोड़ों युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है। बेरोजगारी भत्ता तो नहीं दिया लेकिन आरपीएससी जैसी पवित्र संस्था को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया। मुख्यमंत्री के बेहद करीबी पूर्व राज्यमंत्री आरपीएससी में पास कराने के नाम पर 18 लाख रुपए लेते पकड़े जाते हैं। सबकी सुई मुखिया के ऊपर है। पेपर लीक का सारा खेल कांग्रेस पार्टी और सत्ता में बैठे लोगों के माध्यम से हो रहा है। परीक्षा देने वाले करोड़ों विद्यार्थियों के साथ सरकार खेल रही है। जोशी ने प्रदेश में नाबालिग लड़कियों के साथ बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि इन घटनाओं को लेकर सख्त होने की बजाय मुख्यमंत्री दुष्कर्म के अधिकतर मामलों को फर्जी बताते हैं। ऐसे में इस तरह की वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों को बल मिलता है। सरकार का एक मंत्री कहता है कि राजस्थान मर्दांे का प्रदेश है, इसलिए इस तरह की घटनाएं होती हैं। लेकिन सरकार अगर ऐसी घटना करने वाले दरिंदे को ऐसी सजा दे जिससे उसकी सात पीढ़ियां भी याद रखें तो शायद इस तरह की घटनाओं में कमी आए। लेकिन सरकार के मंत्री अपराधियों के पक्ष में बयान दे रही है। पुलिस भी पीड़ित परिवारों को न्याय की जगह प्रताड़ना देने का काम करती है। जोशी ने भीलवाड़ा जिले में 14 साल की बच्ची को कोयले की भट्ठी में डालकर जलाने के मामले में राजस्थान सरकार और पुलिस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि जब बच्ची के परिवार के लोगों को यह पता चलता है कि बच्ची की मौत हो गई है तो वे पुलिस के पास जाते हैं लेकिन पुलिस बच्ची को ढूंढने में उनकी मदद नहीं करती। लेकिन कहीं न कहीं पुलिस की सूचना के बाद सबूत मिटाने के लिए उस बच्ची की बॉडी को काटकर फेंक दिया जाता है। सबूत मिटाने में पुलिस कहीं न कहीं सहभागी है। जोशी ने कहा कि आज राजस्थान का हर वर्ग सरकार से खफा है। सरकार किसी भी वादे पर खरी नहीं उतर पाई। सरकार ने कहा था कि पांच साल बिजली के दाम नहीं बढ़ाए जाएंगे लेकिन साढ़े चार सालों में 18 बार बिजली के दाम बढ़ाए गए। भाजपा के राज में दस हजार तक का बिजली का बिल माफ था। वह इस सरकार ने शुरू कर दिया। इसके साथ ही स्टेट टोल शुरू कर दिए। अन्नपूर्णा व भामाशाह योजना बंद कर दी। चिरंजीवी योजना में 25 लाख तक बीमा क्लेम के बोर्ड तो लगा दिए लेकिन आज तक किसी एक व्यक्ति को इतना बीमा क्लेम नहीं मिला। जोशी ने कहा कि अगर केन्द्र सरकार की योजनाओं को निकाल दें तो राजस्थान की सरकार ने साढ़े चार वर्षांे में सिर्फ अपनी कुर्सी को बचाने और भ्रष्टाचार करने के अलावा कुछ नहीं किया। अपने ही विधायक और मंत्रियों के फोन टेप करने के अलावा कोई कार्य इस सरकार के राज में नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘मैं ही सर्वश्रेष्ठ हूं, बाकी सब नकारा, निकम्मे और गद्दार हैं’ इसके अलावा इस सरकार ने कुछ नहीं किया। जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री 140 करोड़ लोगों की सोचकर उनके विकास के लिए काम कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस के नेता देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं। राजस्थान में मुख्यमंत्री की चेहरा कौन होगा के सवाल के जवाब में जोशी ने कहा कि भाजपा में पॉर्लियामेंट्री बोर्ड निर्णय करता है कि किसे मुख्यमंत्री बनाना है। अभी चुनाव हैं। चुनाव के बाद पॉर्लियामेंट्री बोर्ड ही इसमें निर्णय करेगा। नगर परिषद सभापति गणेश राज बंसल के भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने की चर्चाएं होने के सवाल के जवाब में प्रदेशाध्यक्ष जोशी का कहना था कि यह बात उनके ध्यान में नहीं है लेकिन यह तय है कि राजस्थान में अलग-अलग क्षेत्रों के लोग हों या सामाजिक-राजनैतिक क्षेत्र के लोग हों, अनेक लोगों की भाजपा की कमेटी के पास एप्लीकेशन पहुंच रही है। एक प्रक्रिया के तहत ही सदस्य बनाया जाता है।