कोटा
- SDM का सूचना सहायक ने अधिगृतहीत जमीन की मुआवजा राशि जारी करने के लिए 4 लाख की रिश्वत मांगी थी
कोटा में ACB ने SDM के सूचना सहायक और एक दलाल को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया है। आरोपियों ने भारत माला प्रोजेक्ट के तहत अधिगृहीत की गई जमीन का मुआवजा राशि जारी करने के एवज में किसान से 4 लाख रुपए की मांग की थी। इसके बाद किसान ने ACB में इसकी शिकायत की थी। मामले में एक अन्य आरोपी एसडीएम मुख्यालय (एसीएम) का सूचना सहायक फरार हो गया है। ACB रिश्वत के मामले में एसडीएम लाडपुरा दीपक मित्तल और एसीएम बालकृष्ण तिवारी की भूमिका की जांच कर रही है।
ACB के एडिशनल SP ठाकुर चंद्रशील ने बताया कि शिकायतकर्ता हेमराज की गोपालपुरा बीलखेड़ी में कृषि भूमि है। जिसमें उसके चाचा के लड़के जमनालाल का भी हिस्सा है। इस जमीन बंटवारे का केस 2009 से न्यायालय सहायक कलेक्टर मुख्यालय (एसीएम) में चल रहा है। इसी जमीन की 8.5 बीघा हिस्सा भारत माला प्रोजेक्ट के दिल्ली-मुंबई हाइवे के लिए अधिगृहीत की गई थी। इसका 2 करोड़ रुपए मुआवजा 2019 में स्वीकृत किया गया। मुआवजे की राशि केस के निपटारे के बाद जमीन के खातेदारों को मिलना था।

एसडीएम के सूचना सहायक एकांत 1 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया
यहां से शुरू हुआ दलाली का खेल
एसडीएम के सूचना सहायक एकांत ने हेमराज से पूरी मुआवजे की राशि उसे दिलाने के लिए 4 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। जिस पर पहले हेमराज ने इनकार कर दिया था। लेकिन, 1 फरवरी को एसीएम बालकृष्ण तिवारी ने हेमराज के चाचा के लड़के जमनालाल को मुआवजे की राशि जारी करने के आदेश दे दिए। हेमराज ने जब सूचना सहायक एकांत से इस बारे में पूछा तो उसने बताया कि 4 लाख रुपये देने से मना करने पर फैसला जमनालाल के पक्ष में सुनाया है। जमनालाल ने इसके लिए 5 लाख रुपये दे दिए थे। एसीएम के फैसले के खिलाफ हेमराज ने आरएए (RAA) यानी राजस्व कोर्ट में अपील दायर की। साथ ही 4 फरवरी को एसडीएम दीपक मित्तल को प्रार्थना पत्र पेश किया। जिसमें मुआवजा राशि जमनालाल को नहीं देने की मांग की।

आरोपी सूचना सहायक एकांत ने बलराम को रिश्वत की राशि लेकर थेगड़ाअक्षरधाम कॉलोनी के पास बुलाया
एसडीएम दीपक मित्तल ने हेमराज से सूचना सहायक एकांत से मिलने को कहा। एकांत ने हेमराज से उसने गांव के ही बलराम मीणा से मिलने की बात कही। हेमराज जब बलराम से मिला, तब उसने मुआवजा राशि सोमवार तक रोकने के लिए 1 लाख रुपए देने की बात कही। हेमराज रिश्वत नहीं देना चाहता था। इसके बाद हेमराज ने एसीबी में शिकायत दी। इसके बाद एसीबी ने ट्रेप की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। आरोपी सूचना सहायक एकांत ने बलराम को रिश्वत की राशि लेकर थेगड़ा अक्षरधाम कॉलोनी के पास बुलाया। एकांत ने रिश्वत की राशि मिलने के बाद एसीएम के सूचना सहायक दीपक रघुवंशी और एसडीएम दीपक मित्तल से फोन पर बात की।
एडिशनल एसपी ठाकुर चन्द्रशील ने बताया मामले में एसडीएम दीपक मित्तल, सहायक कलेक्टर मुख्यालय (एसीएम) बालकृष्ण तिवारी, सूचना सहायक दीपक रघुवंशी, विनय चतुर्वेदी नायब तहसीलदार मंडाना की भूमिका पूर्व में ली गई रिश्वत व बरामद रिश्वत में प्रथम दृष्टया प्रकट हुई है। इनके खिलाफ जांच जारी है।
