श्रीगंगानगर। रायसिंहनगर कस्बे में आज सुबह रेलवे फाटक के समीप एकाएक तेज बिजली आने से पंजाब एंड सिंध बैंक की शाखा के बेसमेंट में आग लग गई तथा नजदीक दो धर्मकांटा समेत 5-6 दुकानों का काफी नुकसान हो गयाऋ बेसमेंट में लगी आग पर काबू पाने में रायसिंहनगर, गजसिंहपुर और श्रीविजयनगर की फायर ब्रिगेड को लगभग 3 घंटे लगे। बेसमेंट के आगे और पीछे की दीवारों को जेसीबी से तोड़ कर आग पर काबू पाया गया। नजदीक दो धर्मकांटा की मशीनें खराब हो गई। तीन चार दुकानों में लगे तमाम बिजली के उपकरण जल गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह लगभग 9 बजे बैंक का एक सुरक्षाकर्मी रोजाना कितना ड्यूटी पर आया। तभी बेसमेंट में लगे एक बल्ब में स्पार्किंग हुई और एकाएक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।बेसमेंट में ही बैंक का स्ट्रांग रूम तथा लॉकर रूम है। इस बैंक भवन के दोनों तरफ की 5-6 दुकानों में पंखे, कूलर, ट्यूबलाइट, टीवी आदि बिजली के उपकरण भी ज्यादा तेज लाइट आने के कारण जल गए। पास में ही दो धर्मकांटे हैं, जिनमें लगी मशीनें भी खराब हो गई। इन धर्मकांटा में लगे कंप्यूटर आदि भी खराब हो गए। उधर,बैंक में लगी आग से अफरा-तफरी मच गई। सूचना दिए जाने पर नगर पालिका का दमकल वाहन पौन घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंचा। इस बीच सूचना पाकर शाखा प्रबंधक भी आ गए। उनके पास ही बेसमेंट के अंदर के स्ट्रांग रूम तथा लाकर रूम की चाबियां थीं। इनके आसपास काफी आग लगी हुई थी और धुआं ही धुआं भर गया।आग की विकरालता को देखते हुए निकटवर्ती गजसिंहपुर और श्रीविजयनगर से दमकल वाहनों को बुला लिया गया। इस दौरान अनेक टैंकरों से भी पानी डाला गया। जेसीबी मंगवा कर बेसमेंट के आगे और पीछे की दीवारों को तोड़ा गया। वहां से डाले गए पानी से दोपहर करीब 11:45 बजे आग पर काबू पाया जा सका। बैंक सूत्रों के अनुसार स्ट्रांग रूम का सारा कैश और लाकर रूम में रखा सारा सामान सुरक्षित है, लेकिन बेसमेंट में रखे दस्तावेज व कुछ अन्य सामान जल गया। हादसे के कारण बैंक का कार्य लगभग ठप रहा। बैंक भवन का जहां काफी नुकसान हुआ है, वहीं आसपास के दुकानदारों का भी लाखों का नुकसान हो गया। जानकारी के मुताबिक बैंक भवन के नजदीक बिजली के एक खंभे पर आज सुबह सवेरे कोई फाल्ट आ गया था। करीब 8.30 बजे विद्युत निगम का कर्मचारी फाल्ट ठीक करके गया था। इसके कुछ देर बाद ही आसपास के दुकानों व अन्य भवनों में एकाएक वोल्टेज बढ़ गई, जिससे विद्युत उपकरणों में स्पार्किंग हुई और वे जल गए।
