भरतपुर

अपने ही बेटे की हत्या कराने के मामले में गिरफ्तार महिला को पुलिस कोर्ट में पेशी पर ले जाते हुए।
- 50 लाख की संपत्ति दोनों बेटियों को देना चाहती थी मां, बेटा अपनी बहनों को नापसंद करता था
- मां ने बेटे की हत्या की साजिश में दामाद की भी मदद ली
हम मां की ममता के ही किस्से सुनते आए हैं। मां अपने ही जिगर के टुकड़े की जान ले ऐसा शायद ही सुनने में आया हो। यह मामला ऐसा ही है। इसमें एक मां ने अपने ही बेटे की सुपारी देकर पेशेवर हत्यारों से हत्या करवा दी। बेटा शराब पीने के बाद उसे मारता था। सिर्फ इतना ही नहीं, बेटे की पत्नी यानी बहू का गर्भपात भी करवा दिया। ताकि कोई वारिस न हो। बेटे की मारपीट करने की आदत से मां इतनी परेशान हो चुकी थी कि उसने अपने दामाद के साथ मिलकर बेटे की हत्या की साजिश रची।
भरतपुर जिले की चिकसाना थाना पुलिस ने 20 मार्च को गोली मारकर हुई फरह निवासी जीतेंद्र उर्फ टल्लड़ की हत्या के मामले में यह चौंकाने वाला खुलासा किया है। जीतेंद्र की मां गीता ने ही सुपारी किलर छविराम ठाकुर गैंग को बेटे की हत्या करने के लिए 1 जनवरी को 3 लाख रुपए की सुपारी दी थी। इसमें दो लाख रुपए एडवांस के रूप में छविराम गैंग को दिया था। बाकी बाद में देने थे। पुलिस ने छविराम गैंग के सदस्य महेंद्र ठाकुर सहित मृतक के जीजा विपिन को पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को मृतक जीतेंद्र की मां गीता लुहार को भी गिरफ्तार किया। गीता को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। जहां से उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

जितेंद्र (फाइल फोटो)।
दामाद की मदद से कराई बेटे की हत्या
जांच अधिकारी पुलिस निरीक्षक रामनाथ सिंह गुर्जर ने बताया कि गीता लुहार के दो बेटियां हैं। जिनका ओल निवासी विपिन और उसके छोटे भाई सुनील के साथ विवाह हुआ है। जीतेंद्र गीता का इकलौता पुत्र था। वह शराब पीने का आदी था और आए दिन मां के साथ मारपीट करता था। गीता उससे बुरी तरह से तंग आ चुकी थी।
महिला के पास करीब 50 लाख रुपए की संपत्ति
गीता के पास करीब 50 लाख रुपए की संपत्ति है, जिसे वह अपनी दोनों बेटियों को ही देना चाहती थी। बेटा जीतेंद्र उसकी बेटियों को नापसंद करता था और गीता द्वारा बेटियों को पैसा आदि की मदद करने पर क्लेश करता था। बस इसी बात को लेकर उसने अपने दामाद विपिन के साथ षडयंत्र रचकर सुपारी किलर छविराम ठाकुर गैंग को बेटे की हत्या करवाने के लिए 3 लाख रुपए की सुपारी दे डाली और उसकी हत्या करवा दी। इतना ही नहीं गीता के बैंक अकाउंट में 7 लाख रुपए थे, इस पर दामाद विपिन उसके खाते का नामिनी भी खुद ही बन गया।
हत्या के दिन जमकर रोना-धोना किया, ताकि किसी को शक नहीं हो
जीतेंद्र की करीब 9 माह पूर्व ही शादी हुई थी। जीतेंद्र की पत्नी ज्योति जब ढाई माह से प्रेग्नेंट थी तो सास गीता ने उसका गर्भपात भी करा दिया, ताकि कोई नया वारिस न बन जाए। गीता ने यह सब कुछ सोची-समझी साजिश के तहत किया। बहू को इस बात की भनक तक नहीं लगने दी कि वह अपने बेटे से इस कदर नफरत करती है। हत्या के दिन न केवल मृतक जीतेंद्र की पत्नी बल्कि मां गीता और उसकी दोनों बहनें और दामाद ने जमकर नौटंकी की, रोना-धोना किया और शोक जताया।
सीसीटीवी कैमरे में आई एक बाइक के फुटेज से हुआ खुलासा
दरअसल, जीतेंद्र का शव 21 मार्च को सुबह कोलीपुरा गांव के पास उसके घर से करीब दो किलोमीटर दूर एक खाली खेत में मिला था। उसके पास नमकीन, पानी के पाउच और शराब की बोतल भी मिली थी। उसकी हत्या तो 20 मार्च की रात को करीब 8 बजे ही कनपटी पर नजदीक से गोली मारकर कर दी गई थी। उस वक्त वह अज्ञात शव था, लेकिन पुलिस के पहुंचने के बाद उसकी शिनाख्त हुई। पुलिस ने जांच शुरू किया तो एक सीसीटीवी कैमरे में एक पल्सर बाइक पर पुलिस को शक हुआ तो उसके रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पुलिस छविराम ठाकुर गैंग तक पहुंच गई और शार्प शूटर महेंद्र ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया।
