रायपुर
रायपुर के दूधाधरी मठ में एक ऐसे शंख हैं, जिनके दर्शन साल में सिर्फ एक दिन होते हैं। मठ के एक कमरे में सुरक्षित रखे इन शंख को दिवाली की रात निकाला जाता है। इस कमरे में सालभर किसी को जाने की इजाजत नहीं होती। ये शंख इस वजह से खास हैं, क्योंकि ये दक्षिणावर्ती शंख हैं। दक्षिणावर्ती शंख का मतलब ऐसा शंख जिसे हाथ से पकड़ने की जगह दाईं तरफ होती है। आमतौर पर मिलने वाले शंख को बाईं तरफ से पकड़ा जा सकता है।
