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रात के समय दाल चावल खाना पसंद करती थीं लता मंगेशकर, सादगी भरा था स्वर कोकिला का जीवन

नई दिल्ली

भारत रत्न से सम्मानित स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का रविवार को निधन हो गया। वह 92 साल की थीं और उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन पर देश में दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। वे कोरोना और निमोनिया से ग्रसित थीं। उनकी मौत की खबर से लोग बेहद सदमे में हैं। स्वर कोकीला लता मंगेशकर 92 साल की थीं और लंबे समय से सादगी भरा जीवन जी जीती आ रही थीं। रिपोर्ट्स की मानें तो लता सी फूड और चटपटे खाने की शौकीन थीं, लेकिन उम्र को देखते हुए उन्होंने सिंपल खाना शुरू कर दिया था। 

कुछ ऐसा था रूटीन

कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो लता मंगेशकर रोजाना सुबह 6 बजे उठ जाती थीं और उठने के कुछ देर बाद नाश्ता करती थीं। अपनी सेहत का वह इतना ध्यान रखती थीं कि उन्होंने पानी भी गुनगुना पीना शुरू कर दिया था। दोपहर के खाने में वह सिंपल खाना जैसे दाल, सब्जी और रोटी खाना पसंद करती थीं। वहीं रात का खाना वह 9:30 बजे तक खा लेती थीं। इसी के साथ डिनर में उन्हें दाल चावल पसंद थे।   

उम्र के साथ छोड़ा फेवरेट खाना

रिपोर्ट्स की मानें तो लता मंगेशकर को गुलाब जामुन,दही बड़े, फिश करी, सूजी का हलवा, कीमा समोसा, जलेबी और चिकन पसंद था। लेकिन उम्र को देखते हुए उन्होंने स्पाइसी, खट्टे और ऑयली खाने से परहेज करना शुरू कर दिया था।