2600 साल पुरानी चर्चित ताकाबूती ममी के बारे में वैज्ञानिकों ने नया खुलासा किया है। वैज्ञानिकों का कहना है, इस महिला ममी की हत्या पीठ में कुल्हाड़ी मारने के कारण हुई थी। इससे पहले हुई रिसर्च में हत्या की वजह चाकू बताई गई थी। यह रिसर्च मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के प्रो. रोसेली डेविड और क्वीन यूनिवर्सिटी के प्रो. एलिन मर्फी ने मिलकर की है।
बालों की भी जांच की गई
शोधकर्ताओं का कहना है, जिस महिला की मौत हुई थी वो एक उच्च वर्ग से थी और प्राचीन इजिप्ट की रहने वाली थी। उसकी मौत की वजह हमेशा से एक रहस्य रही है। ममी की मौत से पर्दा हटाने के लिए उसे 1834 में आयरलैंड लाया गया था।
शोधकर्ताओं का कहना है, मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए DNA एनालिसिस, एक्स-रे, सीटी-स्कैन, बालों की पड़ताल के अलावा ममी को जिस तरह के मैटेरियल से पैक किया गया था, उसकी भी विस्तार से जांच की गई।
भागते वक्त हत्यारे ने किया था हमला
रिसर्च में यह दावा किया गया है कि जिस कुल्हाड़ी से हत्या हुई वो सैनिक की थी। हत्या के वक्त हत्यारा महिला से दूर था। जब महिला खुद को बचाने के लिए भागी तब हत्यारे ने उसकी पीठ में कुल्हाड़ी मारी थी। हत्यारा महिला का कोई अपना भी हो सकता है।
शोधकर्ताओं का दावा है कि महिला उच्च वर्ग से ताल्लुक रखती थी और उसके बाल बहुत सलीके से कटे हुए थे।
20 से 30 साल की उम्र में हुई थी हत्या
इस पूरी रिसर्च पर एक किताब लिखी गई है, इसका नाम है, ‘द लाइफ एंड टाइम्स ऑफ ताकाबूती इन एनिशिएंट इजिप्ट: इंवेस्टिगेटिंग द बेलफास्ट ममी’। रिसर्च के मुताबिक, जिस कुल्हाड़ी से हत्या हुई, उसका इस्तेमाल इजिप्ट और एसीरिया के सैनिक आमतौर पर इस्तेमाल करते थे। ममी की सीटी स्कैन रिपोर्ट कहती है, महिला की हत्या 20 से 30 साल की उम्र के बीच हुई थी।
महिला को कोई बीमारी नहीं थी
प्रोटियोमिक्स मैथड से हुई जांच में सामने किया कि महिला पूरी तरह स्वस्थ थी। ममी के कफन पर लिखे शब्द इशारा करते हैं कि उसकी शादी हो चुकी थी। ममी से मिले सामान इस बात की तस्दीक भी करते हैं कि उसे परिवार के लोग बहुत प्यार करते थे। उसके बाल साफ-सुथरे तरीके से कटे थे और कर्ल भी थे।