साउथैम्पटन
न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में टॉस के साथ ही विराट कोहली ने महेंद्र सिंह धोनी का एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया। विराट अब सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों में भारत की अगुवाई करने वाले कप्तान बन गए हैं। उनकी कप्तानी में यह 61वां टेस्ट मैच है। धोनी ने 60 मैचों में भारत की कप्तानी की थी।
जीत दिलाने में सबसे आगे हैं विराट
टीम इंडिया को सबसे ज्यादा टेस्ट में जीत दिलाने के मामले में विराट कोहली पहले ही सबसे सफल कप्तान हैं। विराट ने अब तक भारत को 36 टेस्ट मैचों में जीत दिलाई है। 14 में हार का सामना किया और 10 टेस्ट ड्रॉ रहे। सबसे ज्यादा जीत का रिकॉर्ड भी विराट से पहले धोनी के ही नाम था। धोनी ने 60 टेस्ट में से 27 में टीम इंडिया को जीत दिलाई थी।
बतौर कप्तान सबसे ज्यादा रन के मामले में चौथे नंबर पर
विराट कोहली बतौर कप्तान सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दुनिया में चौथे स्थान पर हैं। फाइनल मैच से पहले विराट ने बतौर कप्तान 60 मैचों में 5392 रन बनाए थे। इस मामले में साउथ अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ पहले स्थान पर हैं। उन्होंने 109 मैचों में 8659 रन बनाए हैं। 93 मैचों में 6623 रन के साथ दूसरे स्थान पर हैं। रिकी पोंटिंग (77 टेस्ट में 6542 रन) तीसरे स्थान पर हैं।
कोहली बतौर कप्तान 201 मैच में 116वीं बार टॉस हारे
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में विराट ने एक दुर्लभ रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। विराट का टॉस के साथ कुछ अच्छा रिकॉर्ड नहीं रहा है। उन्होंने अब तक तीनों फॉर्मेट मिलाकर 201* मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की है। इसमें से उन्होंने सिर्फ 85 मैच में टॉस जीता है। फाइनल समेत 116 मैच में वे टॉस हार चुके हैं। उनका टॉस विन/लॉस रेशियो 0.74 है। यह 100 या इससे ज्यादा मैचों में भारत की कप्तानी कर चुके खिलाड़ियों में सबसे खराब है।
