साउथैम्पटन
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का तीसरा दिन न्यूजीलैंड के नाम रहा। सिर्फ 7 टेस्ट मैचों के अनुभव वाले काइल जेमिसन ने करियर में पांचवीं बार पारी में 5 विकेट लेकर भारतीय पारी को 217 रन के साधारण स्कोर पर समेट दिया। भारतीय टीम दूसरे दिन के स्कोर में सिर्फ 71 रन जोड़ सकी और सात विकेट गंवा दिए। इसके बाद 2 टेस्ट के अनुभव वाले डेवॉन कॉनवे के अर्धशतक की बदौलत कीवी टीम ने 2 विकेट पर 101 रन बना लिए। चलिए जान लेते हैं उन 5 फैक्टर्स के बारे में जिस कारण तीसरे दिन के खेल में न्यूजीलैंड ने बेहतर प्रदर्शन किया।
1. काइल के कद ने मुश्किल में डाला
मैच के तीसरे दिन भारतीय टीम ने 71 रन पर सात विकेट व गंवाए। इनमें से 4 विकेट 6 फीट, 8 इंच लंबे गेंदबाज काइल जेमिसन ने लिए। उन्होंने भारतीय कप्तान विराट कोहली और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के कीमती विकेट भी अपने नाम किए। जेमिसन 2.2 मीटर की हाइट से गेंद रिलीज करते हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में बल्लेबाजों को आम तौर पर 2 मीटर या इससे नीचे की हाइट से रिलीज की गई गेंदों को खेलने की आदत होती है। इस खूबी के कारण जेमिसन ने टीम इंडिया के न्यूजीलैंड दौरे पर भी भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया था। इस पारी में भी यही हुआ।
विराट कोहली को आउट करने के बाद जश्न मनाते काइल जेमिसन।
2. विराट एक भी रन नहीं जोड़ सके, रहाणे ने विकेट फेंका
तीसरे दिन टीम इंडिया को कप्तान विराट कोहली से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वे दूसरे दिन के अपने स्कोर में एक भी रन का इजाफा नहीं कर सके और 44 रन बनाकर आउट हो गए। उनके बाद रहाणे अच्छी बल्लेबाजी करते हुए 49 रन तक पहुंचे, लेकिन वे न्यूजीलैंड के शॉर्ट बॉल ट्रैप में फंस गए और आसान कैच थमाकर अपना विकेट फेंक बैठे। निचले क्रम में रवींद्र जडेजा भी अपने परिचित अंदाज में बल्लेबाजी नहीं कर सके।
3. भारतीय तेज गेंदबाजों ने आगे की लेंथ नहीं डाली
भारतीय पारी 217 रन पर सिमटने के बाद उम्मीद थी कि न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को भी इन कंडीशंस में दिक्कतें आएंगी। लेकिन भारत के सभी तेज गेंदबाजों ने बॉल को ज्यादा आगे पिच नहीं कराया। भारतीय तेज गेंदबाजों ने सिर्फ 16% गेंद ही फुल लेंथ पर डाली। इससे उन्हें न्यूजीलैंड के गेंदबाजों की तरह ज्यादा स्विंग नहीं मिली।
4. बेरंग दिखे बुमराह, सबसे महंगे भारतीय गेंदबाज साबित हुए
स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का बेरंग रहना भी भारतीय टीम के लिए परेशानी का सबब बना। भारत के सभी तेज गेंदबाजों में सबसे ज्यादा बेरंग वही दिखे। बुमराह इकलौते ऐसे गेंदबाज रहे जिन्होंने प्रति ओवर 3 रन से ज्यादा खर्च किए। साथ ही उनकी लाइन-लेंथ भी बहुत अच्छी नहीं रही।
5. कॉनवे ने जारी रखा बेहतरीन फॉर्म
करियर का सिर्फ तीसरा टेस्ट खेल रहे कीवी ओपनर डेवॉन कॉनवे ने शानदार बल्लेबाजी की। बड़े मैच का दबाव उन पर बिल्कुल नहीं दिखा। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दिखाई फॉर्म की प्रदर्शनी उन्होंने इस पारी में भी की। भारतीय गेंदबाजी लाइनअप में शामिल पांच गेंदबाजों में से कोई भी उन्हें परेशान नहीं कर सका।