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चीटियों के काटने पर क्यों होता है दर्द:चीटियों के सख्त और धारदार औजार जैसे दांतों की वजह है जिंक, दांतों पर इसकी लेयर इसे और खतरनाक बनाती है; अमेरिकी शोधकर्ताओं का दावा

चीटी के काटने पर इतनी तेज दर्द क्यों होता है, वैज्ञानिकों ने इसकी वजह बताई है। वैज्ञानिकों का कहना है, चीटी कें दांत जिंक के बने होते हैं। ये इंसानी बालों से भी बारीक होते हैं। ये इतने तेज होते हैं कि सख्त पत्तियों को भी काट सकते हैं। इनके दांत शरीर के वजन का 8 फीसदी जितना भारी होते हैं।

चीटीं के मेंडीबुलर दांतों पर ऑरेगॉन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने रिसर्च की। ये वो दांत होते हैं जो चीटी के शरीर से बाहर की ओर निकले होते हैं। रिसर्च का लक्ष्य यह पता लगाना है कि ये दांत कैसे काम करते हैं। रिसर्च के दौरान दांतों के जिंक से बने होने की बात चौंकाने वाली है।

जिंक से मिलती है मजबूती
वैज्ञानिक यह पता लगाने की कोशिश में जुटे हैं कि इनके दांतों की तरह मजबूत उपकरण तैयार किया जा सकते हैं या नहीं। शोधकर्ता रॉबर्ट स्कोफील्ड का कहना है, चीटी के दांतों की खूबियों से कई बातें समझ आती हैं। जैसे- प्लास्टिक या एल्युमिनियम पर अगर जिंक की पर्त चढ़ा दें तो यह काफी सख्त हो सकती है।

भविष्य में चीटी के दांतों की खूबियों का इस्तेमाल कई तरह के सामान को मजबूती देने में किया जा सकता है।

भविष्य में चीटी के दांतों की खूबियों का इस्तेमाल कई तरह के सामान को मजबूती देने में किया जा सकता है।

दांतों से मिली सीख इलेक्ट्रॉनिक सामान में हो सकेगी प्रयोग
शोधकर्ता देवराज का कहना है, हम तकनीक की मदद से यह पता लगाना चाहते हैं, चीटी के दांतों में जिंक की लेयर कैसे जमती है और कैसे दांत कैसे मजबूत बनते हैं। रिसर्च में सामने आया है कि जिंक के अणु इसे और मजबूत बनाते हैं और इनके डैमेज होने का खतरा घटता है। इससे सीख लेते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम तैयार किए जा सकते हैं, जो पहले से और ज्यादा मजबूत हो सकें।

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