बीकानेर

श्रीकोलायत के माधोगढ़ में मृत कबूतर। (फाइल फोटो)
बीकानेर की श्रीकोलायत तहसील की बीठनोक ग्राम पंचायत में पिछले दिनों 300 कबूतरों की मौत का सबसे बड़ा कारण सोलर प्लांट्स हो सकते हैं। यहां माधोगढ़ की रोही में कबूतरों के शव मिले थे। वन विभाग ने इन शवों की पड़ताल के लिए सैंपल भोपाल की लैब में भेज दिए हैं, जिनकी रिपोर्ट कुछ ही दिनों में आएगी।
वन विभाग के अतिरिक्त वन संरक्षक नरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में सोलर प्लांट्स है। इन प्लांट्स से कबूतरों की मौत कई दिनों में हुई होगी, जिन्हें ग्रामीणों ने जगह एकत्र कर दिया। जरूरी नहीं है कि सभी तीन सौ कबूतर एक साथ एक ही दिन में मरे हो। सोलर प्लांट्स से मौत के दो प्रमुख कारण माने जा रहे हैं। पहला यह कि अनेक कबूतरों की चोंच क्षतिग्रस्त थी, जो संभवत: सोलर प्लांट्स पर लगी जालियों में फंसने के कारण हुई है। इसी कारण इनकी मौत भी हो गई।
दूसरा कारण सोलर प्लांट्स पर होने वाली आवाज भी है। इन प्लांट्स पर कई बार जोर से धमाके किए जाते हैं। कबूतर का हृदय बहुत कोमल होता है। इस कारण धमाकों से भी इनकी मौत हो सकती है। दो साल पहले भी इसी कारण कुछ कबूतरों की मौत हुई थी। चौधरी ने बताया कि भोपाल में जांच के लिए भेजे गए सैंपल से पता चलेगा कि इन कबूतरों में किसी तरह का बर्ड फ्लू तो नहीं है। वैसे इस एक जगह के अलावा कहीं इतनी बड़ी संख्या में कबूतरों की एक साथ मौत का कोई मामला फिलहाल सामने नहीं आया है।
