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हनी ट्रैप:लड़की से जान-पहचान करवा फंसाया, फिर अपहरण श्रीगंगानगर में सूने मकान में बंधक बनाकर रखा

श्रीगंगानगर

पुलिस ने क्षेत्र में हनी ट्रैप कर लोगों को अपने जाल में फंसाने वाले एक गिरोह का खुलासा करते हुए मंगलवार को गिरोह की सरगना सहित कुल 9 जनों को गिरफ्तार किया है। पीड़ित ने बताया कि उसने चंगुल से छूटने के बाद जब पीलीबंगा थाने में इस वारदात को लेकर प्रार्थना-पत्र दिया तो पुलिस ने एसपी हनुमानगढ़ के आदेशानुसार तत्परता दिखाते हुए मुख्य आरोपी कुलदीप कौर सहित पिंकी पत्नी शंकर लाल नायक निवासी चक 3ई छोटी, गुरप्रीत कौर पत्नी सोनू जाति मजबी सिख निवासी 6 एनएनपी, (कुंडला) पूर्णचंद पुत्र नंदलाल बावरी निवासी चक 24 बीबी (पदमपुर), अक्षय सिंह पुत्र विजय सिंह जाति लबाणासिख निवासी श्रीगंगानगर, दीपक पुत्र राधेश्याम जाति धोबी निवासी श्रीगंगानगर, अंकित पुत्र कृष्णगोपाल जाति अरोड़ा निवासी श्रीगंगानगर, खजान सिंह उर्फ गोपी पुत्र सुच्चा सिंह मजबीसिख निवासी मटीली राठान व पलविंदर सिंह पुत्र कुलदीप सिंह मजबी सिख निवासी 38 जीजी (पदमपुर) को उनके ठिकानों से गिरफ्तार किया। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी करवाने में कांस्टेबल रमेश कुमार व चंद्रविजय की विशेष भूमिका रही।

थाना प्रभारी इंद्र कुमार ने बताया कि मोहन सिंह पुत्र निरंजन सिंह जाति जाट सिख निवासी दुलमाना ने रिपोर्ट दी कि कुलदीप कौर पत्नी कमलजीत सिंह उर्फ माणक सिंह जाति मजबी सिख निवासी चक 6एफ बी, पुलिस थाना हिंदूमलकोट (श्रीगंगानगर) से उसकी पुरानी जानकारी है। विगत कुछ दिन पूर्व कुलदीप कौर ने उसके मोबाइल पर फोन कर एक लड़की के साथ उसकी जान पहचान करने का झांसा देकर हनुमानगढ़ रोड पर स्थित राधा स्वामी डेरे के पास बुला लिया। जब वह वहां पहुंचा तो कुलदीप कौर कुछ अन्य लोगों के साथ वहां मौजूद थीं। जिन्होंने उसके मुंह में कपड़ा डालकर उसे पास ही खड़ी एक गाड़ी में जबरदस्ती डाल लिया और उसका अपहरण कर ले गए।

इस दौरान सभी ने उसके साथ मारपीट करते हुए उसकी जेब से 3 हजार रुपए भी निकाल लिए और उसे श्रीगंगानगर ले गए। जहां उन्होंने एक सूने मकान में उसे बंधक बनाकर रखा और मारपीट करते हुए घरवालों से 5 लाख रुपए मंगवाने का दबाव बनाने लगे। भयभीत होकर उसने अपने भांजे को 5 लाख रुपए की व्यवस्था कर श्रीगंगानगर आने को कहा तो भांजे ने पुलिस की सख्ती के चलते श्रीगंगानगर इतनी बड़ी रकम लेकर आने में असमर्थता जताई। उन्हें पीबीएन नहर के किनारे पक्का भादवा से पीलीबंगा के पास आने को कहा। तब वे लोग उसे बंधक बनाकर वहां ले आए।

एक व्यक्ति को वहां बुलाया जिसके पास कुछ कागजात और रजिस्टर थे। उन्होंने उस पर जबरदस्ती उसके साइन ले लिए। इसी दौरान उसका भांजा सुखचैन सिंह निवासी मोरजंडा परिवार के अन्य सदस्यों को लेकर वहां आ गया। इतने लोगों को आता देख वे सभी लोग उसे वहीं फेंक कर फरार हो गए।

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