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फरहान ऐसे बने थे मिल्खा:13 महीने तक रोजाना 6 घंटे की इंटेंस ट्रेनिंग के बाद पर्दे पर मिल्खा सिंह की तरह दिख सके थे फरहान अख्तर, ऐसे हुआ था बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन

कोरोना से उबरने के बाद दोबारा बीमार हुए मिल्खा सिंह ने शुक्रवार देर रात 11:24 बजे अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से बॉलीवुड में भी शोक की लहर है। मिल्खा सिंह की जिंदगी पर 2013 में राकेश ओम प्रकाश मेहरा ने ‘भाग मिल्खा भाग’ बनाई थी। इस फिल्म में फरहान अख्तर ने मिल्खा सिंह की भूमिका निभाई थी जिसके लिए उन्हें काफी तारीफें भी मिली थीं।

वैसे मिल्खा सिंह के किरदार के लिए फरहान अख्तर को काफी बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन से गुजरना पड़ा था। फरहान ने एथलीट जैसी बॉडी बनाने के लिए तगड़ी मेहनत की और तब जाकर वह मिल्खा सिंह का किरदार निभा पाए।

फरहान ने हर रोज 13 महीने तक लगातार पांच-छह घंटे की इंटेंस ट्रेनिंग की।

फरहान ने हर रोज 13 महीने तक लगातार पांच-छह घंटे की इंटेंस ट्रेनिंग की।

13 महीनों तक की ट्रेनिंग

फरहान ने जब फिल्म साइन करने के बाद उन्होंने हर रोज 13 महीने तक लगातार पांच-छह घंटे की इंटेंस ट्रेनिंग की। उनके फिटनेस ट्रेनर समीर जाउरा ने एक इंटरव्यू में बताया था, जब फरहान ने फिल्म साइन की थी तो उनका फिटनेस लेवल जो आपने फिल्म में देखा उसका केवल 70 परसेंट था। उनका वजन 66 किलो था। पहले हमने उस पोर्शन की तैयारी शुरू की जिसमें उन्हें फिट टोंड बॉडी के साथ दिखाया जाता है। इसमें फरहान का वजन तकरीबन 75 किलो तक दिखाया जाना था। इसके बाद जब फिल्म में उन्हें आर्मी ज्वाइन करते हुए दिखाया जाता है तो हमें उनके वजन को 15 किलो तक कम करना पड़ा। इसमें हमें साढ़े तीन महीने का वक्त लगा। इस दौरान उनका बॉडी स्ट्रक्चर नहीं बदला गया, बस मसल्स को टोन डाउन किया गया।

समीर ने आगे कहा था, ‘मुझे फरहान का वर्कआउट हर 15 दिन में बदलना पड़ता था ताकि उनकी बॉडी एक ही तरह के वर्कआउट के प्रति सेटल ना हो जाए। पहले उन्हें स्ट्रेंथ ट्रेनिंग दी गई और उसके बाद उनकी मसल्स को मजबूत करने की ट्रेनिंग दी गई। इस तरह से मिल्खा के रोल के लिए फरहान पूरी तरह से 13 महीनों में तैयार हो पाए।

अल्कोहल से रहे दूर

समीर के मुताबिक, फरहान ने ट्रांसफॉर्मेशन के दौरान स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो की। उन्होंने चावल, रोटी, ब्रेड और अल्कोहल को 13 महीने तक हाथ नहीं लगाया। उन्हें कम सोडियम का खाना दिया गया और खाने में सोडियम की मात्रा को लगातार मॉनिटर किया गया। उनकी मील ऐसी रखी गई जिसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट की मात्रा बैलेंस्ड हो। फरहान तीन घंटे के अंतराल में दिन भर में छह से सात बार खाना खाते थे।’

अप्रैल 2014 में 61वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में फरहान अख्तर अभिनीत ‘भाग मिल्खा भाग’ को सर्वश्रेष्ठ मनोरंजक फिल्म का पुरस्कार मिला। इसके अतिरिक्त सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी के लिए भी पुरस्कृत किया गया था।

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