साउथैम्पटन
टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के दूसरे दिन 3 विकेट खोकर 146 रन बनाए। मैच का पहला दिन बारिश में धुल गया था, लेकिन रिजर्व डे सहित मुकाबले में अभी भी 4 दिन का खेल बाकी है। भारतीय टीम स्विंग और सीम गेंदबाजी के लिए मददगार परिस्थितियों में टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी कर रही है। अगले चार दिनों तक भी कंडीशंस इसी तरह रहने के अनुमान हैं। ऐसे में तीन विकेट खोकर 150 रन के आसपास पहुंच जाना अच्छा प्रदर्शन कहा जाएगा। चलिए जानने की कोशिश करते हैं कि मैच के तीसरे दिन मुकाबले पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए टीम इंडिया को कैसा प्रदर्शन करना होगा।
300 रनों का स्कोर इसलिए जरूरी
तमाम क्रिकेट एक्सपर्ट का मानना है कि भारतीय टीम अगर 300 रन के स्कोर के पास पहुंच गई तो मुकाबले में न्यूजीलैंड की वापसी बहुत मुश्किल हो जाएगी। साउथैम्पटन के कंडीशंस के साथ-साथ इतिहास भी इस फैक्ट की तस्दीक करते हैं। भारतीय टीम ने कीवियों के खिलाफ जब भी टेस्ट मैच में अपनी पहली पारी में 300 या इससे अधिक का स्कोर बनाया है, वह हारी नहीं है।
33 बार बनाया 300+ का स्कोर, 17 में मिली जीत
भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अब तक 33 बार अपनी पहली पारी में 300 या इससे अधिक का स्कोर बनाया है। इसमें भारत को 17 मैचों में जीत मिली, जबकि 16 टेस्ट ड्रॉ रहे। एक में भी हार नहीं झेलनी पड़ी। अगर 250+ स्कोर की बात करें तो भारत ने कीवी टीम के खिलाफ टेस्ट की पहली पारी में 40 बार यह कारनामा किया है। इसमें उसे 19 में जीत मिली और 19 मैच ड्रॉ रहे। सिर्फ 2 में हार का सामना करना पड़ा। इस लिहाज से अगर भारतीय टीम 250 रन का आंकड़ा भी पार करती है तो मुकाबले में वह काफी मजबूत स्थिति में हो सकती है।
दमदार स्ट्रैटजी ने बचाया स्विंग के कहर से
भारतीय बल्लेबाजों ने इस मैच में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों की स्विंग के खिलाफ विशेष स्ट्रैटजी अपनाई। सभी बल्लेबाज विशेषकर ओपनर्स ने क्रीज के बाहर खड़े होकर स्विंग को निगेट किया। युवा ओपन शुभमन गिल का हौसला और भी तारीख के काबिल रहा। वे क्रीज के बाहर खड़े होने के साथ-साथ बॉल डेलिवर होने के बाद एक-दो कदम और गेंदबाज की ओर जाते दिखे। इससे पारी की शुरुआत में भारत को झटके नहीं लगे। गिल को इस कोशिश में जेमिसन का बाउंसर भी हेलमेट पर झेलना पड़ा, लेकिन उन्होंने गेंद पुराना करने का काम जारी रखा। कप्तान विराट कोहली ने भी अपनी पारी में क्रीज से बाहर खड़े होने का सिलसिला जारी रखा।
बेहद अहम होगा तीसरे दिन का पहला सेशन
तीसरे दिन का पहला सेशन इस मैच के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। अगर इस सेशन में भारतीय टीम एक या दो विकेट के नुकसान पर 75-80 रन जोड़ पाती है तो मुकाबले पर उसकी पकड़ मजबूत हो जाएगी। विराट और रहाणे के बाद ऋषभ पंत, जडेजा और अश्विन के रूप में भारत के सक्षम मिडिल और लोअर मिडिल ऑर्डर है। हालांकि, इन्हें भी वैसा ही अप्लीकेशन दिखाना होगा जैसा दोनों ओपनर्स के साथ-साथ विराट और रहाणे ने दिखाया है।
खेल के पहले ही दिन पिच पर पड़े फुटमार्क्स, स्पिनर्स को मिल सकती है मदद
मैच के दूसरे दिन के खेल में हमने देखा कि पिच पर काफी फुटमार्क्स पड़ गए हैं। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा ये फुटमार्क्स और गहरे होते जाएंगे। न्यूजीलैंड की टीम में कोई स्पिनर नहीं है। भारत के रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा इसका फायदा जरूर उठा सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने भी कहा है कि न्यूजीलैंड ने प्लेइंग-11 में कोई स्पिनर शामिल न कर भारी गलती की है।