सवाई माधोपुर
यूं तो राज्य सरकार की ओर से फिलहाल शादी, समारोह व अन्य कार्यक्रमों के आयोजनों पर पाबंदी है। अति आवश्यक होने पर इन कार्यक्रमों में 11 लोगों की सीमा निर्धारित की गई है, सरकार ने विवाह समारोह में पंडित, बैंड बाजे और घोड़े तक पर पाबंदी लगा रखी है। लेकिन सवाई माधोपुर जिले की बामनवास तहसील के बड़ीला गांव में रविवार को एक शादी समारोह में राज्यसभा सांसद और कांग्रेस से जीती विधायक की मौजूदगी में गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। शादी ब्याह में भोज भी प्रतिबंधित है, लेकिन यहां पर उसका भी आयोजन हुआ। जिसके बाद इलाके में ये बात कही जा रही है कि नियम सिर्फ आम जन के लिए है। कोरोना से बड़े लोगों को कोई भय नहीं है।
इस शादी में स्थानीय विधायक कांग्रेस की इंदिरा मीणा व भाजपा नेता तथा राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा शिरकत कर रहे थे। सोमवार को पूर्व सरपंच तेजराम मीणा के भाई अनंत के लग्न टीका के कार्यक्रम के दौरान शादी के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसमें विधायक और सांसद जमकर थिरके भी।
प्रीतिभोज में करीब एक हजार लोग शामिल
मामला सवाई माधोपुर की बामनवास तहसील के बड़ीला गांव का है जहां पूर्व सरपंच के भाई की शादी में बामनवास विधायक इंदिरा मीणा व सांसद किरोड़ी लाल मीणा पहुंचे थे। शादी में प्रीतिभोज भी आयोजित किया गया। इस दौरान करीब एक हजार लोगों को खाना भी खिलाया गया जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का खुलेआम उल्लंघन किया गया।

कार्ड में छपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का फोटो।
क्या नियम केवल आम लोगों के लिए?
सवाल यह उठता है कि संवैधानिक पद पर बैठे लोग इस तरह कैसे नियमों को ताक में रखकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा सकते हैं। या फिर यूं कहें कि नियम और कानून-कायदे आम लोगों के लिए ही हैं जबकि खास लोगों के लिए कोई कानून, नियम-कायदे नहीं हैं।
इस बारे में बामनवास तहसीलदार जगराम मीणा का कहना है कि सांसद के आने के कारण वे शादी में प्रोटोकॉल देने गए थे लेकिन शादी में इतने वाहन थे कि वे अन्दर ही नहीं जा पाए। उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन के बारे में मालूम नहीं है। इस बारें में एसडीएम बद्रीनारायण मीणा ने फोन हीं नहीं उठाया। वहीं जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन को मामले की जानकारी देने पर मीटिंग में होने का हवाला देकर फोन काट दिया।

सवाई माधोपुर जिले की बामनवास तहसील के बड़ीला गांव में पूर्व सरपंच के भाई की शादी समारोह चल रहे।