Friday, July 5निर्मीक - निष्पक्ष - विश्वसनीय
Shadow

लाइफस्टाइल

सेहत के सुझाव:घर पर डिटॉक्स वाटर बनाएं तो उसे घंटे में पिएं, इम्यूनिटी बूस्टर भी हैं ये डिफ्यूज्ड ड्रिंक्स

सेहत के सुझाव:घर पर डिटॉक्स वाटर बनाएं तो उसे घंटे में पिएं, इम्यूनिटी बूस्टर भी हैं ये डिफ्यूज्ड ड्रिंक्स

लाइफस्टाइल, साइंस
हमारी लाइफस्टाइल, खानपान की वजह से हमारे शरीर में टॉक्सिस जमा होने लगते हैं और धीरे-धीरे बीमारियां होती हैं इसलिए समय-समय पर डिटॉक्सिफिकेशन करना जरूरी होता है। वैसे तो इसके लिए कई तरीके होते हैं लेकिन सबसे आसान है वाटर डिटॉक्स। लेकिन, शहर के फूड ब्लॉगर और डाइटिशियन का सुझाव है कि अगर आप घर पर ही डिटॉक्स वाटर बना रहे हैं, तो जरूरी है कि 3 से 4 घंटे के अंदर पी लें। फूड ब्लॉगर मुद्रा केसवानी ने कहा कि मुझे हाल ही में कोरोना हुआ था जिसमें इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए मैंने तुलसी और बैसिल के पानी का इस्तेमाल किया। इससे इम्यून सिस्टम मजबूत हुआ। ये दोनों ही डिटॉक्स वाटर रूम टेम्प्रेचर पर ही होने चाहिए। जो जल्द ही असरदार होता है। साथ ही, बॉडी को हाइड्रेट और डिटॉक्स रखना जरूरी है। इसके अलावा, नारियल पानी में फ्रूट्स एंड वाटरमेलन जैसी चीजें बॉडी हाइड्रेट करने में काफी मदद करती है। घर में मौजूद ...
जन संकल्प से हारेगा कोरोना:6 मिनट वॉक करें, ऑक्सीजन सेचुरेशन 4-5% घट जाए और लंग्स में सीटी स्कोर 8 से ज्यादा हो तो ही अस्पताल की जरुरत

जन संकल्प से हारेगा कोरोना:6 मिनट वॉक करें, ऑक्सीजन सेचुरेशन 4-5% घट जाए और लंग्स में सीटी स्कोर 8 से ज्यादा हो तो ही अस्पताल की जरुरत

लाइफस्टाइल, साइंस
सपोर्टिंग ट्रीटमेंट से 80% मरीज घर में ही ठीक हो सकते हैं, पहले सप्ताह की सजगता ही तय करती है रिकवरी रेट हम लोग कोविड पैनडेमिक के अंतिम दौर में थे, इसी बीच दूसरी लहर आ गई, जो ज्यादा एग्रेसिव है। कोविड-19 में पहला सप्ताह वायरल रेप्लीकेशन का होता है और दूसरे सप्ताह में इंफ्लेमेशन के कारण जटिलताएं बढ़ जाती हैं। कोविड के 80% मरीज एसिम्प्टोमेटिक या माइल्ड सिम्प्टम वाले होते हैं। उन्हें सिर्फ सपोर्टिव ट्रीटमेन्ट, विटामिन्स और ब्रीदींग एक्सरसाइज और गंभीर पेशेंट के लिए ऑक्सीजन थैरेपी, रेमडेसिविर, स्टीरॉइड एवं एंटीबायाेिटक्स का होता है। रेमडेसिविर पहले सात दिन में सबसे अधिक कारगर है और इसे अधिकतम 10 दिन तक उपयोग में ले सकते हैं। पहले सप्ताह में यह इंजेक्शन कोविड कम्वेलेशेंट प्लाज्मा वायरल लोड कम करने में काफी मदद करता है। 10 दिन बाद रेमडेसिविर की कोई उपयोगिता नहीं रह जाती। यह बीमारी की अवधि ...
डॉक्टर दंपती की तकनीक और रिटायर्ड वैज्ञानिक की मदद से इंदौर के उधोगपति ने आधी कीमत में बना दिया वेंटिलेटर

डॉक्टर दंपती की तकनीक और रिटायर्ड वैज्ञानिक की मदद से इंदौर के उधोगपति ने आधी कीमत में बना दिया वेंटिलेटर

लाइफस्टाइल, साइंस
कोरोना के गंभीर मरीजों को आ रही वेंटिलेटर की समस्या को देखते हुए शहर के एक उद्योगपति ने आधी कीमत में देसी वेंटिलेटर बना लिया है। विदेश से लौटे डॉक्टर दंपती की तकनीक और कैट के रिटायर्ड सांइटिस्ट की मदद से यह हो सका है। उनके वेंटिलेटर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। पोलोग्राउंड में साईं प्रसाद उद्योग के संचालक संजय पटवर्धन ने बताया कि नान इन्वेजिव टाइप का वेंटिलेटर 10 माह में तैयार हुआ है। इसकी कीमत करीब 50 हजार है, जबकि विदेशी वेंटिलेटर एक-डेढ़ लाख में मिलते हैं। यह कम ऑक्सीजन फ्लो में भी सपोर्ट करता है। सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म होने पर तीन-चार घंटे वातावरण से ऑक्सीजन लेकर मरीज को दे सकेगा। मरीज को कहीं शिफ्ट करना हो या फिर छोटी जगहों पर मरीज गंभीर हो जाए और संक्रमण 50-60 फीसदी हो तो ऐसी स्थिति में यह जिंदगी बचा सकता है। इसका वजन दो किलो है, जिससे इसे आसानी से कहीं भी...
सेहत के लिए:घर पर डिटॉक्स वाटर बनाएं तो उसे 4 घंटे में पिएं, इम्युनिटी बूस्टर भी हैं ये डिफ्यूज्ड ड्रिंक्स

सेहत के लिए:घर पर डिटॉक्स वाटर बनाएं तो उसे 4 घंटे में पिएं, इम्युनिटी बूस्टर भी हैं ये डिफ्यूज्ड ड्रिंक्स

लाइफस्टाइल, साइंस
हमारी लाइफस्टाइल, खान-पान की वजह से हमारे शरीर में टॉक्सिस जमा होने लगते हैं और धीरे-धीरे कई बीमारियां होती हैं इसलिए समय-समय पर डिटॉक्सीफिकेशन करना जरूरी होता है। वैसे तो इसके कई तरीके होते हैं लेकिन सबसे आसान है वाटर डिटॉक्स। लेकिन, शहर के फूड ब्लॉगर और डाइटिशियन का सुझाव है कि अगर आप घर पर ही डिटॉक्स वाटर बना रहे हैं, तो जरूरी है कि 3 से 4 घंटे के अंदर पी लें। बॉडी को हाइड्रेट और डिटॉक्स रखना जरूरी फूड ब्लॉगर मुद्रा केसवानी ने कहा कि मुझे हाल ही में कोरोना हुआ था जिसमें इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए मैंने तुलसी और बैसिल के पानी का इस्तेमाल किया। इससे इम्यून सिस्टम मजबूत हुआ। ये दोनों ही डिटॉक्स वाटर रूम टेम्प्रेचर पर ही होने चाहिए। जो जल्द ही असरदार होता है। साथ ही, बॉडी को हाइड्रेट और डिटॉक्स रखना जरूरी है। इसके अलावा, नारियल पानी में फ्रूट्स एंड वाटरमेलन जैसी चीजें बॉडी हाइड्रेट क...
दिशा पाटनी के इस लुक को देखकर मिलेगी रेट्रो डिस्को वाइव्स, कीमत सुनकर सोचेंगे ‘एक बैकलेस टॉप इतना महंगा!’

दिशा पाटनी के इस लुक को देखकर मिलेगी रेट्रो डिस्को वाइव्स, कीमत सुनकर सोचेंगे ‘एक बैकलेस टॉप इतना महंगा!’

लाइफस्टाइल
दिशा पाटनी अपनी एक्टिंग से ज्यादा अपने स्टाइलिश लुक्स की वजह से चर्चा में रहती हैं। दिशा अपने फिटनेस वीडियोज और स्पोर्ट्स वेयर्स लुक्स की फोटोज अक्सर इंस्टाग्राम पर शेयर कर रहती हैं। वहीं, दिशा के बिकिनी लुक को भी काफी पसंद किया जाता है। वहीं, 'राधे' के ट्रेलर के बाद दिशा का स्टाइल एक बार फिर से ट्रेडिंग लिस्ट में आ गया है। वहीं अब दिशा पाटनी का एक और लुक काफी चर्चा में है।हाल ही में दिशा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक ऐसी फोटो शेयर की है, जिसे देखकर 70 के दशक की डिस्को वाइव्स मिल रही है। दरअसल, इस फोटो में दिशा ने बैकलेस टॉप और मिनी स्कर्ट पहनी हुई है। इस स्कर्ट के ऊपर दिशा ने मैटल चेन बेल्ट लगाई हुई है।वहीं, हेयर स्टाइल की बात करें, तो हाई पॉनीटेल और पम्प्स पहने हुए दिशा का पार्टी लुक बिल्कुल परफेक्ट लग रहा है। बात करें, इस टॉप की कीमत की, तो पोस्टर गर्ल लेबल के इस टॉप की कीमत 16,108 ...
कोरोना वायरस के खतरे के बीच शरीर में कैसे बनाए रखें ऑक्सीजन लेवल

कोरोना वायरस के खतरे के बीच शरीर में कैसे बनाए रखें ऑक्सीजन लेवल

लाइफस्टाइल
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच दुनिया इस महामारी का विकराल रूप देख रही है। वहीं, इस बार कोरोना के इन लक्षणों में सांस लेने में तकलीफ ऐसी वजह है, जिसकी वजह से इस बीमारी का डरावना रूप देखने को मिला। कोरोना के मरीजों में ऑक्सीजन लेवल की कमी होने के कारण उनकी हालत तेजी से बिगड़ती है। ऐसे में सभी लोग शरीर में ऑक्सीजन लेवल को बनाए रखने के लिए डाइट का खास ख्याल रख रहे हैं। आइए, जानते हैं ऑक्सीजन को बनाए रखने के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।   इन चीजों के सेवन से बना रहा है ऑक्सीजन लेवल शरीर में ऑक्सीजन लेवल बनाए रखने के लिए आयरन, कॉपर, विटामिन ए, विटामिन बी2, विटामिन बी3, विटामिन बी5, विटामिन बी6, विटामिन बी9 और विटामिन 12 की जरूरत होती है।  विटामिन बी12 के स्रोत- मांसाहारी स्रोत - ऑर्गन मीट (लीवर), चिकन, टूना फिश और अंडे। शाकाहारी स्रोत-  मशरूम, आ...
धार्मिक महत्व ही नहीं, केले के पत्ते पर खाना खाने से मिलते हैं ये फायदे

धार्मिक महत्व ही नहीं, केले के पत्ते पर खाना खाने से मिलते हैं ये फायदे

लाइफस्टाइल
आपने साउथ इंडिया में लोगों को केले के पत्ते पर खाना खाते हुए देखा होगा। वहीं, कई रेस्टोरेंट्स भी केले के पत्ते पर साउथ इंडियन फूड्स परोसते हैं। केले के पत्ते पर खाना खाने की एक पुरानी परम्परा रही है। वहीं, सेहत के लिहाज से देखें, तो केले के पत्ते पर खाना खाने के कई फायदे हैं। आइए, जानते हैं कुछ फायदे-  डाइजेशन सिस्टम के लिए केले का पत्ता प्लांट-बेस्ड कंपाउंड, पॉलीफेनॉल्स से पूर्ण होता है। पॉलीफेनॉल्स नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जोकि शरीर में मौजूद फ्री-रेडिकल्स और दूसरी बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने का काम करते हैं। एक ओर जहां केले की पत्िरी यों को सीधे तौर पर पचाना संभव नहीं है। वहीं, केले के पत्ते में रखे खाद्य पदार्थ इससे पॉलीफेनॉल्स को अवशोषित कर लेते हैं। इससे शरीर को इन ऑक्सीडेंट्स का फायदा भी मिल जाता है। खाने का स्वाद बढ़ता हैकेले की पत्तियों पर मोम के जैसी ...
समर सीजन में पिएं ककड़ी-पुदीना स्मूदी, जानें कैसे बनाएं

समर सीजन में पिएं ककड़ी-पुदीना स्मूदी, जानें कैसे बनाएं

लाइफस्टाइल
गर्मियों में खाने से ज्यादा ड्रिंक्स पर ध्यान देना चाहिए। आज हम आपको बता रहे हैं, ऐसी समर ड्रिंक जिससे न सिर्फ आपको गर्मी से राहत मिलेगी बल्कि डाइजेशन के लिए भी यह ड्रिंक बहुत फायदेमंद है।  सामग्री : 1 ककड़ी (टुकड़ों में कटी हुई), 1 चम्मच अदरक (कद्दूकस किया हुआ), 1/2 लीटर पानी पुदीने के पत्ते, 1 टीस्पून नींबू का रसकाला, नमक स्वादानुसार। विधि : एक बाउल में पानी, ककड़ी, अदरक और पुदीना पीसकर मिलाएं।इसके बाद इसमें काला नमक डालकर मिक्स कर लें।पानी में नींबू का रस निचोड़ दें।तैयार है ककड़ी और पुदीने का जूस। ...
रिसर्च में खुलासा:2600 साल पुरानी ममी की हत्या चाकू से नहीं, तेज धार कुल्हाड़ी से की गई थी, इसका इस्तेमाल इजिप्ट के सैनिक करते थे

रिसर्च में खुलासा:2600 साल पुरानी ममी की हत्या चाकू से नहीं, तेज धार कुल्हाड़ी से की गई थी, इसका इस्तेमाल इजिप्ट के सैनिक करते थे

लाइफस्टाइल, साइंस
2600 साल पुरानी चर्चित ताकाबूती ममी के बारे में वैज्ञानिकों ने नया खुलासा किया है। वैज्ञानिकों का कहना है, इस महिला ममी की हत्या पीठ में कुल्हाड़ी मारने के कारण हुई थी। इससे पहले हुई रिसर्च में हत्या की वजह चाकू बताई गई थी। यह रिसर्च मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के प्रो. रोसेली डेविड और क्वीन यूनिवर्सिटी के प्रो. एलिन मर्फी ने मिलकर की है। बालों की भी जांच की गईशोधकर्ताओं का कहना है, जिस महिला की मौत हुई थी वो एक उच्च वर्ग से थी और प्राचीन इजिप्ट की रहने वाली थी। उसकी मौत की वजह हमेशा से एक रहस्य रही है। ममी की मौत से पर्दा हटाने के लिए उसे 1834 में आयरलैंड लाया गया था। शोधकर्ताओं का कहना है, मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए DNA एनालिसिस, एक्स-रे, सीटी-स्कैन, बालों की पड़ताल के अलावा ममी को जिस तरह के मैटेरियल से पैक किया गया था, उसकी भी विस्तार से जांच की गई। भागते वक्त हत्यारे ने किया था ...
गुनगुना पानी क्यों है बेहतर:ठंडा पानी शरीर को हाइड्रेट रखने में कम कारगर, गुनगुना पानी बॉडी आसानी से एब्जॉर्ब करती है; जानिए इसके 5 बड़े फायदे

गुनगुना पानी क्यों है बेहतर:ठंडा पानी शरीर को हाइड्रेट रखने में कम कारगर, गुनगुना पानी बॉडी आसानी से एब्जॉर्ब करती है; जानिए इसके 5 बड़े फायदे

लाइफस्टाइल, साइंस
डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी। जर्नल फ्रंटियर इन साइकोलॉजी में पब्लिश रिसर्च कहती है, अगर शरीर 15 मिनट तक भी डिहाइड्रेट रहता है तो यह हमारे मूड और ध्यान पर बुरा असर डाल सकता है। नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, एक युवा महिला को 2.69 लीटर और पुरुष को 3.69 लीटर पानी रोजाना पीना चाहिए। ठंडे पानी की तुलना में गुनगुना पानी शरीर को ज्यादा हाइड्रेट रखता है। इसका कारण यह है कि शरीर इसे तेजी से एब्जॉर्ब करता है। समझिए शरीर में पानी की कमी के दो संकेतशरीर में पानी की कमी जानने का सबसे पुराना तरीका यूरीन के रंग में बदलाव है, लेकिन इसके अलावा भी दो संकेत हैं जो डिहाइड्रेशन की जानकारी देते हैं। बार-बार मीठा खाने का मन करना: पानी की कमी होने पर लिवर ग्लाइकोजन (स्टोर की हुई शुगर) रिलीज नहीं कर पाता है। ऐसे में व्यक्ति को मीठा खाने की इच्छा होती है क्योंकि शरीर ऊर्जा के लिए ग्लूकोज रि...