Sunday, June 15निर्मीक - निष्पक्ष - विश्वसनीय
Shadow

बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने का टैंडर हासिल करने वाली कंपनी की खुली पोल

लुधियाना : बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने की योजना का टैंडर हासिल करने वाली कंपनी द्वारा डैडलाइन खत्म होने के 5 महीने बाद भी प्रोजैक्ट पूरा नहीं किया है। यह खुलासा एम.पी. रवनीत बिट्टू द्वारा बुलाई गई रिव्यू मीटिंग में हुआ। जहां विधायक मदन लाल बग्गा, अशोक पराशर पप्पी, गुरप्रीत गोगी, डी.सी. सुरभि मलिक, नगर निगम कमिश्नर शेना अग्रवाल के अलावा पी.पी.सी.बी. व अन्य संबंधित विभागों के अफसर मौजूद थे। इस दौरान सीवरेज बोर्ड द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि 2020 में शुरू हुए प्रोजैक्ट को पूरा करने के लिए 2 साल की डैडलाइन फिक्स की गई थी, लेकिन अब तक सिर्फ जमालपुर यूनिट का निर्माण ही पूरा हुआ है। जबकि बलौंके व भट्टियां सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट की अपग्रेडेशन का काम अधर में लटका हुआ है, जिसके अगस्त तक पूरा होने की बात कही जा रही है।
इसी तरह बुड्ढे नाले के किनारे लाइन बिछाने के बाद ताजपुर रोड व सुंदर नगर को छोड़कर कुंदनपुरी, उपकार नगर व हैबोवाल में पंपिंग स्टेशन का निर्माण सिविल वर्क से आगे नही बढ़ पाया जिस देरी के लिए कमेटी द्वारा सीवरेज बोर्ड को कंपनी पर जुमार्ना लगाने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। क्योंकि प्रोजेक्ट पूरा न होने की वजह से बुड्ढे नाले में सीवरेज का पानी पुरी तरह साफ किए बिना गिरने की समस्या आ रही है।
नगर निगम द्वारा सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांटों की अपग्रेडेशन के बाद 10 साल तक आप्रेशन एंड मेंटीनैंस की जिम्मेदारी भी कंपनी को दी गई है। जिसके लिए 300 करोड़ से ज्यादा देने का जिक्र रिपोर्ट में किया गया है। जिस पर विधायक मदन लाल बग्गा ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि जब प्रोजैक्ट को पूरा करने के 21 महीनों में एस टी पी चल ही नहीं रहे और उनकी अपग्रेडेशन का काम अब तक पूरा नहीं हुआ तो कंपनी को किस आधार पर ओ. एंड एम. के लिए फंड रिलीज किया गया। इसके अलावा बग्गा ने बलौंके एस.टी.पी. पूरी मोटरें न चलने की वजह से पानी की निकासी न होने की समस्या का मुद्दा उठाकर कंपनी की सवाल की पोल खोलकर रख दी। जिसके मद्देनजर उन्होंने कंपनी को जारी हो रहे फंड व एस.टी.पी. के ओ. एंड एम. के लिए लगाए गए स्टाफ की डिटेल देने के लिए बोला है।
पी.पी.सी.बी. को दिए सीवरेज में कैमिकल युक्त पानी छोड़ने वाली डाइंगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश
डांइग यूनिटों द्वारा सीवरेज में कैमिकल युक्त पानी छोड़ने के मुद्दे पर मीटिंग में जमकर हंगामा हुआ। जिसे लेकर कमेटी द्वारा पी.पी.सी.बी. को डाइंगों की चैकिंग करके नियमों के उल्लंघन के आरोप में सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। क्योंकि सीवरेज के जरिए केमिकल युक्त पानी पहुंचने की वजह से एस.टी.पी. की वर्किंग पर असर पड़ रहा है और कई सौ करोड खर्च करने के बावजूद बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने का टारगेट पूरा नही होगा। जिसके मद्देनजर सी ई टी पी से न जुड़ने वाले डाइंग यूनिटों की रिपोर्ट भी मांगी गई है।