– भाजपा जिलाध्यक्ष ने स्थानीय विधायक पर कसा तंज, कहा- लगवाने पड़ेंगे गुमशुदा की तलाश के पोस्टर
हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)। भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष देवेन्द्र पारीक ने कहा कि किसान की समस्या लम्बे समय से चल रही है। तुलनात्मक बात करें तो किसान के हित में सबसे अधिक काम भाजपा ने किया है जबकि दूसरी सरकारों ने नाटक किया है। किसान के नाम पर सिर्फ वोट बटोरे हैं। पारीक ने कहा कि कभी शांतिप्रिय जिला कहलाने वाले हनुमानगढ़ में पहली बार थानों से सरकार चल रही है। जनता में भय है। भ्रष्टाचार का आलम ऐसा है कि किसी भी विभाग में बिना पैसे के काम नहीं होता। बिजली के कनेक्शन के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं। पहले बाढ़ की स्थिति के चलते किसानों की पानी की बारियां पिट गर्इं। जब अधिकारियों को जरूरत होती है तो रेगुलेशन का खुद उल्लंघन कर देते हैं। लेकिन जब किसानों को पानी की जरूरत होती है तो हवाला दिया जाता है कि रेगुलेशन तय है, पीछे से पानी नहीं मिल रहा। इस तरह की बहानेबाजी कर प्रशासन की ओर से किसानों को गुमराह किया जाता है। पानी न मिलने की वजह से किसानों को नुकसान हो रहा है। शुक्रवार को भाजपा जिला कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए पारीक ने कहा कि चाहे नहरी पानी का मुद्दा हो, किसानों की फसल के उचित मूल्य की बात हो या स्थानीय स्तर की समस्या हो, हर समस्या को भाजपा ने प्रमुखता से उठाया है। जिले में काफी जनसमस्याएं हैं। घग्घर में पैदा हुई बाढ़ की स्थिति के समय सरकार के किसी भी नुमाइंदे ने जिले में आना उचित नहीं समझा। खतरा टलने पर प्रभारी मंत्री पिकनिक मनाने की तरह यहां पहुंचते हैं। इससे ज्यादा शर्मनाक बात इस सरकार के लिए कोई नहीं हो सकती। स्थानीय विधायक की बात करें तो गुमशुदा की तलाश के पोस्टर लगवाने पड़ेंगे। इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के मुद्दे पर पारीक ने कहा कि गिने-चुने लोगों को मोबाइल फोन वितरण कर फोटो खिंचवा ली जाती है। वहीं फोन न मिलने पर सैकड़ों की तादाद में महिलाएं पूरा दिन गर्मी में परेशान होकर वापस घर चली जाती हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्य गहलोत की सरकार को तब याद आते हैं जब सरकार की विदाई का समय होता है। पिछली बार चुनाव के समय लाइटस का वितरण किया गया था। लेकिन जनता भोली नहीं है। वह हर बात को समझती है। अब जनता इनके झांसे में नहीं आने वाली।