बांदा : भारतीय किसान यूनियन की बबेरू रोड स्थित एक गेस्ट हाउस में कार्यशाला हुई, जिसमें राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत शामिल हुए। उन्होंने कहा कि अपने लोगों से मिलना, उनके विचार जानने के लिए ऐसी कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। देश को उद्योगपति चला रहे हैं।
किसानों को एकजुट होने की जरूरत है, उनको संगठित करने और सरकार की गलत योजनाओं का विरोध करना है। जिस तरह से यूएसए में 54-56 लोग देश-दुनिया को चला रहे हैं, उसी तरह की पालिसी यहां बनाई जा रही है। व्यापारी, नेता और अधिकारी का गठबंधन है, गांव के लोग बर्बाद हो रहे हैं।
सरकार का जालसाज करार देते हुए उन्होंने कहा कि जमीन के रेट महंगे हो रहे हैं, जिनको उद्योगपति खरीद रहा है। किसान सस्ती जमीन खरीद रहा है। एक सवाल के जवाब में कहा कि एमएसपी गारंटी कानून लागू नहीं है, इसके लिए बड़े संघर्ष की जरूरत है। बड़ा आंदोलन करना होगा। बुंदेलखंड में लोग खेती को छोड़ मजदूरी की तरफ जा रहे हैं। यही हाल बिहार का है। एक सवाल के जवाब में कहा कि चुनाव से उनका कोई संबंध नहीं है।लोकतंत्र खत्म हो गया। एजेंसियों पर सरकारी पहरा है। अब गांव के लोग ही इसे बचा सकते हैं।