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किसानों ने मंडी समिति कार्यालय के बाहर शुरू किया बेमियादी धरना

  • बोले, मुख्यमंत्री की घोषणा धरातल पर लागू होने तक जारी रहेगा आंदोलन
  • गुलाबी सुंडी से नरमा की फसल में हुए खराबे की स्पेशल गिरदावरी करवाने की मांग
    हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)। गुलाबी सुंडी से नरमा की फसल में हुए खराबे की स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों को शीघ्र मुआवजा देने की मांग को लेकर किसानों ने शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले जंक्शन की धानमंडी में कृषि उपज मंडी समिति कार्यालय के बाहर बेमियादी धरना शुरू कर दिया। किसानों ने मुख्यमंत्री की ओर से हाल ही में की गई आगामी दस दिन में गिरदावरी करवाकर किसानों को राहत देने के निर्देशों की धरातल पर पालना नहीं होने तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी। धरनास्थल पर हुई सभा में किसान नेताओं ने बताया कि गुलाबी सुंडी के प्रकोप से नरमा की फसल में हुए खराबे की विशेष गिरदावरी करवाकर प्रति बीघ 50 हजार रुपए मुआवजा देने तथा नकली बीज उपलब्ध करवाने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग को लेकर किसानों ने 26 सितम्बर को जिला कलक्ट्रेट के सामने पड़ाव डाला था। उस दिन किसानों ने प्रशासन के साथ हुई वार्ता में यह घोषणा थी कि अगर तय हुई बातों पर अमल नहीं किया जाता है तो 29 सितम्बर को हनुमानगढ़ आ रहे मुख्यमंत्री का घेराव कर उनके समक्ष अपनी मांगें रखी जाएंगी। लेकिन किसानों के दबाव के कारण मुख्यमंत्री का दौरा रद्द हो गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने गत दिवस घोषणा की है कि गुलाबी सुंडी से खराब हुई नरमा की फसल की आगामी दस दिन में गिरदावरी का कार्य पूर्ण कर किसानों को राहत पहुंचाई जाए। लेकिन जब तक मुख्यमंत्री की यह घोषणा धरातल पर लागू नहीं होती है तब तक उनका धरना जारी रहेगा। किसान प्रतिनिधियों ने जिले के सात बीज विक्रेता फर्मांे के बीज अनुज्ञा पत्र निलंबित करने के मुद्दे पर कहा कि बीज विक्रेता फर्मांे की बजाए उन कंपनियों पर कार्यवाही होनी चाहिए जिन्होंने दुकानदारों को नकली बीज या कीटनाशक दवा उपलब्ध करवाई है। उन्होंने नरमा की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू करने की मांग करते हुए कहा कि आज किसान प्रति क्विंटल एमएसपी से करीब एक हजार रुपए कम में अपनी फसल बेचने को मजबूर है। गुलाबी सुंडी के कारण नरमा की गुणवत्ता भी प्रभावित हुई है। इसलिए तत्काल नरमा की एमएसपी पर खरीद शुरू करते हुए गुणवत्ता प्रभावित वाला नरमा भी खरीदा जाए। भारतीय किसान यूनियन के बीकानेर संभाग सचिव रायसाहब चाहर ने कहा कि जब तक उनकी बात नहीं सुनी जाती तब तक किसान कृषि उपज मंडी समिति कार्यालय के सामने से नहीं उठेंगे। इस मौके पर किसान नेता रामेश्वर वर्मा, अवतार सिंह बराड़ सहित कई अन्य किसान प्रतिनिधि मौजूद रहे।