श्रीगंगानगर (सीमा सन्देश)। अंध विद्यालय के संस्थापक-संचालक स्वामी ब्रह्मदेव ने कहा है कि कबड्डी ग्रामीण परिवेश का मुख्य खेल है। खेलों से जहां युवा वर्ग नशों से दूर रहता है, वहीं युवाओं का खेलों के प्रति मनोबल बढ़ता है। इसलिए युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित होना चाहिए। स्वामी ब्रह्मदेव ने समीपवर्ती गांव 11 जी हार्निया में ‘बंदी छोड़ दिवस’ के उपलक्ष्य में गुरु हरगोविन्द सिंह साहिब दो दिवसीय नेशनल स्टाइल कबड्डी प्रतियोगिता का शनिवार को गुरुद्वारा सत करतार साहिब में शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का ज्यादातर युवा वर्ग भटककर नशों की ओर जा रहा है, उसका मुख्य कारण यही है कि युवाओं की खेलों के प्रति रूचि कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा सत करतार सहिब की प्रबंध समिति बधाई की पात्र है, जो ऐसे आयोजन कर युवाओं को अच्छे रास्ते पर ला रही है और उन्हें खेलों से जोड़ रही है। गुरुद्वारा बुड्ढ़ाजोहड़ के प्रधान बलकरण सिंह ने कहा कि युवाओं को खेल को खेल की भावना से ही खेलना चाहिए। जीत-हार एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
