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जिला अस्पताल में भर्ती होकर छोड़ सकेंगे नशा

  • 13 बैड का बनाया नशा मुक्ति वार्ड, उद्घाटन का इंतजार
    श्रीगंगानगर (सीमा संदेश)।
    जिले में नशा बड़े जोरों पर फैल रहा है। बहुत से लोग नशा छोड़ना भी चाहते है, लेकिन सरकारी स्तर पर जिले के किसी भी सरकारी अस्पताल में यह व्यवस्था नहीं थी। विधायक जयदीप बिहाणी के आदेश पर जिला अस्पताल में एक नशा मुक्ति वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड में नशा छोड़ने वालों को भर्ती किया जाएगा तथा इनका इलाज और जांच नि:शुल्क होगी। इस वार्ड में 13 बैड लगाए गए है। मिली जानकारी के अनुसार जिले में बहुत से लोग नशा करने के आदि है। इनमें हेरोइन, अफीम, स्मैक, पोस्त और मेडीकल नशा सहित विभिन्न तरह का नशा करते है और दिनोंदिन नशा करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्राइवेट से नशा मुक्ति केन्द्र खुले हुए है। इनमें नशा छुड़वाने की व्यवस्था नहीं होती है, फिर नशा छुड़वाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए वसूल किए जाते हैं। गत दिनों विधायक जयदीप बिहाणी ने जिला अस्पताल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। इसके बाद पीएमओं कार्यालय में डॉक्टरों के साथ हुई बैठक में बिहाणी ने एक नशा मुक्ति वार्ड बनाने के पीएमओ को आदेश दिए थे। पीएमओ केएस कामरा ने बताया कि बर्न वार्ड को अलग से वार्ड में शिफ्ट किया गया है। इस वार्ड में नशा मुक्ति वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड में 13 बैड लगाए गए है और नर्सिग स्टॉफ भी लगा दिया गया है। जांच और इलाज की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है। आवश्कता होने पर अलग से वार्ड बनाकर दिया जाएगा। आचार संहिता हटने के बाद वार्ड का उद्धाटन किया जाएगा।
    महिलाओं भी छोड़ सकती नशा: बहुत सी महिलाएं भी बीड़ी, जर्दा, गुटखा और स्मैक और शराब आदि का नशा करती हैं। इनके लिए भी ओपीडी और आइपीडी की व्यवस्था की गई है। पीएमओ डॉ. केएस कामरा ने बताया कि ओपीडी में इलाज लेकर महिलाएं नशा छोड़ सकती है, यदि कोई महिला भर्ती होकर नशा छोड़ने चाहती है तो उनको भर्ती करने की व्यवस्था भी है। इनका भी इलाज और जांच नि: शुल्क होगा।