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देर रात गुल्लाचिक्का गेज हुआ ओवरफ्लो, सुबह करीब 20 हजार क्यूसेक घटा

  • नाली बेड में बढ़कर 4000 क्यूसेक हुआ पानी
    हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)।
    घग्घर नदी के गुल्लाचिक्का हैड पर लगातार बढ़ रही पानी की आवक ने क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हालांकि अभी तक हनुमानगढ़ में स्थिति नियंत्रण में है लेकिन घग्घर नदी में पानी का प्रवाह तेज होने से प्रशासन गुरुवार को भी हाई अलर्ट मोड पर रहा। बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो, अगर हो तो उससे निपटने के लिए प्रशासन, जल संसाधन विभाग व नगर परिषद के अधिकारी-कर्मचारी मुस्तैदी से आवश्यक बंदोवस्त करने में जुटे हुए हैं। जिला कलक्टर रुक्मणि रियार सिहाग, जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी व जल संसाधन विभाग उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता अमरजीत मेहरड़ा खुद मोर्चा संभालते हुए लगातार मौका निरीक्षण कर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। गुरुवार को लालगढ़ से आई आर्मी की यूनिट ने भी उपखण्ड अधिकारी डॉ. अवि गर्ग के साथ बाढ़ के संभावित खतरे को लेकर इलाके में की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उधर, यह बात सामने आ रही थी कि जब तक बाढ़ का खतरा है तब तक छुट्टियां रखने के निर्देश जिला कलक्टर की ओर से दिए गए हैं। गुरुवार को घग्घर नदी के गुल्लाचिका हैड पर 84 हजार क्यूसेक से अधिक पानी चल रहा था। हालात यह थे कि बुधवार देर रात गुल्लाचिक्का की गेज के ऊपर से भी पानी प्रवाहित होने लगा। इससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। लेकिन गुरुवार सुबह गुल्लाचिक्का पर करीब बीस हजार क्यूसेक पानी घटने से सभी ने राहत की सांस ली। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार गुरुवार को दोपहर 12 बजे गुल्लाचिक्का हैड पर 65190 क्यूसेक पानी चल रहा था। इसी तरह खनौरी हैड पर 17500 क्यूसेक, चादंपुर में 14300 क्यूसेक, ओटू हैड पर 9000 क्यूसेक, घग्घर साइफन में 6300, नाली बेड में 4000 क्यूसेक पानी चल रहा था। घग्घर नदी में पानी की आवक बढ़ने की आशंका को देखते हुए लोगों में बेचैनी बढ़ रही है। वहीं घग्घर नदी के बीच भद्रकाली मंदिर के पास बने हुए कॉजवे आदि पर केळी जमा होने से संकट और बढ़ रहा है। हालांकि एक्सक्वेटर मशीन से केली को हटाने का काम निरंतर चल रहा है। हरियाणा क्षेत्र में बंधे क्षतिग्रस्त होने की सूचना को देखते हुए राजस्थान क्षेत्र के बंधों को मजबूत करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। जल संसाधन विभाग उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता अमरजीत मेहरड़ा ने बताया कि हरियाणा क्षेत्र में बहुत अधिक बरसात होने के कारण पिछले वर्षांे की तुलना में घग्घर नदी में काफी ज्यादा मात्रा में पानी की आवक हो रही है। बुधवार की बात करें तो गुल्लाचिक्का पर 84 हजार क्यूसेक पानी चल रहा था। देर रात गुल्लाचिक्का की गेज के ऊपर से भी पानी प्रवाहित हुआ। इससे समझा जा सकता है कि स्थिति बहुत भयानक है। खनौरी में भी करीब 35 हजार क्यूसेक पानी पहुंच रहा है। उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह ओटू हैड से 10 हजार क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है। शाम तक यह आंकड़ा 15 हजार तक पहुंचने की संभावना है। जल संसाधन विभाग की ओर से प्रशासन और नगर परिषद के साथ समन्वय बनाकर काम किया जा रहा है। सबका प्रयास यही रहेगा कि क्षेत्र में वर्तमान में जो बाढ़ की स्थिति है उसे नियंत्रित कर क्षेत्र को बचाया जा सके। उन्होंने शहरवासियों व ग्रामीणों से अपील की कि वे घग्घर नदी के निजी बंधों की निरंतर निगरानी करें। उनको मजबूत करने में सहयोग करें। अनहोनी घटना होने का अंदेशा होने पर तुरंत बाढ़ नियंत्रण कक्ष और प्रशासन के नियंत्रण कक्ष में सूचित करें ताकि समय रहते उचित कदम उठाए जा सकें।