बीकानेर
राजस्थान के चर्चित CI के सुसाइड मामले में CBI अभी किसी नतीजे पर भी नहीं पहुंच पाई है और इधर उनके बेटे ने भी जान दे दी। मई 2020 में राजगढ़ थाने के SHO विष्णुदत्त बिश्नोई ने सुसाइड कर लिया था। मंगलवार को विष्णुदत्त के लाड़ले बेटे लक्ष्य ने भी बाथरूम में लगे पंखे से फांसी लगा ली। इस घटना के बाद न सिर्फ विष्णुदत्त का परिवार, बल्कि पुलिस महकमा भी सकते में है। कांता खतुरिया कॉलोनी में तो उस समय हड़कंप मच गया, जब उसके घर से चीखें सुनाई देने लगीं।

कांता खतुरिया कॉलोनी स्थित विष्णुदत्त का घर, जहां बेटे ने सुसाइड किया।
बारहवीं क्लास के स्टूडेंट लक्ष्य ऑनलाइन पढ़ाई करने के बाद अपनी बहन से बातें कर रहा था। बड़ी बहन से सामान्य बातें करते-करते उसने टॉयलेट जाने की इच्छा जताई और फर्स्ट फ्लोर पर बने बाथरूम में चला गया। पंद्रह-बीस मिनट तक नहीं लौटा तो बहन ने आवाज दी। वापस कोई जवाब नहीं आने से उसकी चिंता बढ़ गई। उसका व्रत होने से वह भूखा था, इसलिए मां ने भी आवाजें लगाईं। फिर भी कोई जवाब नहीं आया। इस पर बाथरूम के दरवाजे को जोर-जोर से पीटा गया, लेकिन आवाज नहीं आई। तब बाथरूम के अंदर किसी तरह झांककर देखा तो होश उड़ गए। बाथरूम में लगे एक छोटे पंखे से लक्ष्य लटका हुआ था। इसके बाद तो पहले घर में कोहराम मच गया। आसपास के लोग भी पहुंचे। उसे जैसे-तैसे पीबीएम अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया।

रात को घर के आगे भीड़ रही। पुलिस भी रातभर यहां खड़ी रही।
कांता खतुरिया कॉलोनी में रहने वाले विष्णुदत्त की मौत के बाद भी उनकी पत्नी, बेटे और बेटी के साथ यहीं रह रही थे। बेटा-बेटी दोनों पढ़ रहे हैं, ऐसे में बीकानेर में ही रहने का निर्णय किया था। लक्ष्य के सुसाइड करने के बाद इसी मकान के आसपास रहने वाले लोगों ने जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस को सूचना दी। थानाधिकारी अरविन्द तुरंत मौके पर पहुंचे, बाद में सीओ सदर पवन भदौरिया भी गए।

पोस्टमार्टम के बाद लक्ष्य का शव ले जाते हुए।
चल रही है CBI जांच
विष्णु दत्त की मौत के बाद से CBI जांच चल रही है। इस मामले में विधायक कृष्णा पूनिया पर गंभीर आरोप लगे थे, ऐसे में जांच CBI को दी गई। अब तक CBI किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। इस जांच के चलते लक्ष्य परेशान था या नहीं, इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। जांच से लक्ष्य का कोई विशेष जुड़ाव भी नहीं था। मामले में आरोप लगा था कि विष्णुदत की कार्यशैली से उच्चाधिकारी नाराज थे और राजनेताओं का दखल था। इससे प्रताड़ित होकर उन्होंने सुसाइड किया।

अब दुनिया में विष्णु की लाड़ली बेटी और पत्नी ही रह गए हैं।
बीकानेर में रहे विष्णु
विष्णुदत्त लंबे समय तक बीकानेर पुलिस में रहे। वो गंगाशहर में थानाधिकारी रहे, उस समय रामकिशन सियोग हत्याकांड हुआ था। तब विष्णु को थाने से हटा दिया गया। इसके बाद वो श्रीडूंगरगढ़ रहे। यहां भी उनके कार्यों को सराहा गया। मूल रूप से श्रीगंगानगर जिले के विष्णु दत्त और उनके परिवार को बीकानेर रास आ गया, इसलिए कांता खतुरिया कॉलोनी में घर बना लिया। विष्णु चूरू रहे या डूंगरगढ़, उनका परिवार बीकानेर ही रहा।
पुलिस महकमा भी दुखी
इस घटना के बाद पुलिस महकमा खुद दुखी हो गया। थानाधिकारी अरविन्द और सीओ सदर पवन भदौरिया इतने दुखी थे कि किसी से बात तक नहीं कर पा रहे थे। वहीं श्रीडूंगरगढ़ व गंगाशहर में उनके साथ काम कर चुके पुलिसकर्मी भी इस घटना से दुखी नजर आए।
