जयपुर
सचिन पायलट समर्थक विधायकों के गहलोत सरकार पर हर रोज हमले जारी हैं। अब सचिन पायलट समर्थक देवली उनियारा से कांग्रेस विधायक और पूर्व डीजीपी हरीश मीणा ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए जल्द गतिरोध को खत्म करने की नसीहत दी है। हरीश मीणा ने भास्कर से कहा- कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें जिताने वाले पूर्वी राजस्थान में विधायकों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अफसर मनमानी कर रहे हैं और अफसर राज चल रहा है। हम सचिन पायलट के साथ हैं और रहेंगे लेकिन पायलट के साथ होने का मतलब कांग्रेस के खिलाफ होना नहीं है।
हरीश मीणा ने कहा- राजस्थान में अभी जो गतिरोध चल रहा है उस कर अतिशीघ्र समाधान होना चाहिए। यह गतिरोध न कांग्रेस पार्टी के हित में है और न प्रदेश की जनता के हित में है। हमें लोगों ने काम करने के लिए जिताया है। कांग्रेस को सत्ता में लाने में पायलट साहब की अहम भूमिका थी। जनता ने उनके नेतृत्व में विश्वास जताया था। अब हालत यह हो गई है कि हम लोगों की सुनी नहीं जा रही है। हम विधायकों की ही जब नहीं सुनी जा रही है तो जनता में आक्रोश फैल रहा है क्योंकि उनके काम ही नहीं हो रहे।
सचिन पायलट की वजह से पूर्वी राजस्थान में कांग्रेस की ज्यादा सीटें आईं
पूर्वी राजस्थान में कांग्रेस की सबसे ज्यादा सीटें आई हैं। पूर्वी राजस्थान में ज्यादा सीटें लाने में पायलट साहब का विशेष योगदान था। अब पूर्वी राजस्थान में इंप्रेशन है कि वहां अफसर मनमानी कर रहे हैं, विधायकों की सुनी नहीं जा रही है, इसलिए अफसरों का राज हो गया। हम चाहते हैं कि जल्द जनता की समस्याओं का समाधान हो। जिस पूर्वी राजस्थान से सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस जीती वहां से आज एक भी कैबिनेट मंत्री नहीं है। पूर्वी राजस्थान में कई गंभीर समस्याएं हैं जिनका कोई समाधान नहीं हो रहा है। जब लोगों के काम नहीं होते हैं तो निराशा और आक्रोश फैलता है।
उनके साथ होना कांग्रेस के खिलाफ होना नहीं
पायलट समर्थक विधायकों के साथ भेदभाव के कारण के सवाल पर मीणा ने कहा- जिस भी कारण से हो, लेकिन विधायकों की सुनवाई नहीं होना गंभीर बात है। हम सचिन पायलट के साथ हैं और रहेंगे। हम पायलट के नेतृत्व में चुनाव लड़कर जीते हैं। हम कांग्रेस पार्टी के हित की बात उठा रहे हैं, जल्द गतिरोध खत्म करके जनता के काम करने चाहिए ताकि ढाई साल बाद फिर से कांग्रेस की सरकार बन सके। सचिन पायलट के साथ होना कांग्रेस के विरोध में होना नहीं है, सरकार इस पर ध्यान दें।
हरीश मीणा ने नाराज होकर दिया था धरना
देवली उनियरा से कांग्रेस विधायक हरीश मीणा साल 2019 में टोंक पुलिस की कार्यप्रणाली के खिलाफ धरने पर बैठे थे। एक बजरी ट्रेक्टर चालक की पुलिस पिटाई से मौत के मामले में हरीश मीणा ने कई दिन अनशन और धरना दिया था। बाद में पायलट ने जाकर मीणा को धरने से उठाया था।
