पुर्तगाल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। डिलीवरी के दो दिन बाद से ही 26 साल की महिला के आर्मपिट से दूध निकलना शुरू हो गया। पुर्तगाल के हॉस्पिटल में आर्मपिट की जांच के दौरान यहां पर ब्रेस्ट टिश्यू होने की पुष्टि हुई है। इस हिस्से को दबाने पर सफेद रंग का लिक्विड निकलता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, महिला पॉलीमेस्टिया नाम की बीमारी से जूझ रही है। 6 फीसदी महिलाओं में ऐसे मामले देखने को मिलते हैं। ऐसी स्थिति में एक से अधिक जगह पर ब्रेस्ट टिश्यू विकसित हो जाते हैं। ब्रेस्ट टिश्यू विकसित होने के बाद कुछ जगह पर निप्पल दिखाई देते हैं तो कुछ जगहों पर केवल स्पॉट नजर आते हैं।
एक रिसर्च के मुताबिक, महिलाओं में ऐसी जगहों पर दर्द होता है।
महिला की जांच करने वाले डॉक्टर्स ने उसे सलाह दी है कि जब भी ब्रेस्ट कैंसर के लिए स्क्रीनिंग करवाएं तो आर्मपिट में विकसित हुए ब्रेस्ट टिश्यू की भी टेस्टिंग कराएं।
दर्द से जूझती हैं महिलाएं
एक रिसर्च के मुताबिक, महिलाओं में ऐसे मामले मिलने पर वे दर्द से गुजरती है। दर्द कम करने के लिए कुछ महिलाएं ब्रेस्ट पम्प की मदद से इस हिस्से से निकलने वाला दूध अलग करवाती हैं। इससे पहले एक 18 साल की महिला में ऐसा मामला सामने आया था। महिला ने डिलीवरी के बाद 8 हफ्तों तक पम्प की मदद से आर्मपिट से दूध को निकलवाया ताकि दर्द से राहत मिल सके और अपने बच्चे को नार्मल ब्रेस्टफीडिंग करा सके।
ऐसा होता क्यों है, यह भी समझिए
आसान भाषा में समझें तो इसकी शुरुआत शरीर में भ्रूण के विकास के दौरान ही होती है। महिलाओं के शरीर में मेमेरी ग्लैंड होती है। बच्चे की डिलीवरी के बाद इसी ग्लैंड की मदद से दूध निकलता है और ब्रेस्टफीड कराया जाता है।
इस ग्लैंड से निकलने वाली मिल्क लाइन आर्मपिट से शुरू होती है और शरीर के दूसरे हिस्सों तक जाती है। इस मिल्क लाइन में कई तरह के उभार होते हैं जो ब्रेस्ट पर दिखते हैं। कभी-कभी इस मिल्क लाइन के दूसरे हिस्से पर भी उभार बन जाते हैं। ये उभार ही ब्रेस्ट टिश्यू होते हैं। यह उभार जहां बनते हैं डिलीवरी के बाद वहां से व्हाइट लिक्विड निकलने लगता है है। इसके ज्यादातर मामले आर्मपिट में दिखाई देते हैं। पुर्तगाल की महिला में भी यही मामला सामने आया है।
1999 में एक जर्नल में पब्लिश रिसर्च कहती है, शरीर में इन अतिरिक्त ब्रेस्ट टिश्यू में निप्पल नहीं होते, इसलिए कई बार लोग इसे समझ नही पाते। लेकिन बच्चे के जन्म के बाद जब इनमें से दूध आना शुरू होता है तो इनका पता चलता है। शरीर के जिस हिस्से में ये ब्रेस्ट टिश्यू होते हैं वहां पर सूजन और दर्द भी महसूस होता है।
