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बैटरी बनाने के लिए फैक्ट्री लगाएंगे मुकेश अंबानी,

नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड साल 2026 तक बैटरी गीगा फैक्ट्री स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है। वार्षिक आम बैठक में मुकेश अंबानी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता 2026 तक अपनी बैटरी गीगा फैक्ट्री स्थापित करने की है। यह बैटरी केमिकल, सेल और पैक का निर्माण करेगी। इससे एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशन तक की प्रगति होगी और इसमें
बैटरी रीसाइक्लिंग फैसलिटीज भी शामिल होगी।
बायो एनर्जी में बड़ी सफलता: सिर्फ एक साल पहले बायो एनर्जी के क्षेत्र में उतरने वाला रिलायंस, पराली से ईंधन बनाने वाला देश का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में कंपनी ने पहला कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) प्लांट स्थापित किया है। इसके लिए रिलायंस ने स्वदेशी तौर पर कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) तकनीक विकसित की है। इस तकनीक का विकास रिलायंस की जामनगर स्थित दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी में किया गया।
आगे क्या है प्लान: कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) प्लांट की जानकारी देते हुए मुकेश अंबानी ने कहा, ह्लहमने रिकॉर्ड 10 महीने में उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में प्लांट लगाया है, हम तेजी से पूरे भारत में 25 प्लांट्स और लगाएंगे। हमारा लक्ष्य अगले 5 वर्षों में 100 से अधिक प्लांट लगाने का है। इन प्लांट्स में 55 लाख टन कृषि अवशेष और जैविक कचरा खप जाएगा। जिससे लगभग 20 लाख टन कार्बन उत्सर्जन कम होगा और सालाना 25 लाख टन जैविक खाद का उत्पादन होगा। रिलायंस की इस पहल से वायु प्रदूषण में खासी कमी आने की उम्मीद है।
विंड एनर्जी के क्षेत्र में भी रिलायंस हाथ आजमाने को तैयार है। पवन चक्कियों के ब्लेड बनाने में इस्तेमाल होने वाले कार्बन फाइबर का बड़े पैमाने पर निर्माण कर, कंपनी इन ब्लेड्स की कीमत कम रखना चाहती है। इसके लिए रिलायंस दुनिया भर की विशेषज्ञ कंपनियों से हाथ मिला रही है। रिलायंस का लक्ष्य 2030 तक कम से कम 100 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन का है।