हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)। जंक्शन स्थित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में चल रहे बकरी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन शुक्रवार को हुआ। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एलडीएम राजकुमार थे। अध्यक्षता संस्थान निदेशक प्रेमसिंह पथरी ने की। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 35 प्रतिभागियों को ट्रेनिंग दी गई। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को गांव रोड़ांवाली में बकरी पालकों के फार्म का भ्रमण करवाया गया। साक्षात्कार करने से प्रतिभागियों के मन की जिज्ञासा कम हुई और उन्हें अपने प्रश्नों का जवाब भी बकरी पालकों से मिला। साथ ही व्यवसाय प्रारम्भ करने से पूर्व किन बातों की सावधानी रखनी चाहिए उसकी भी जानकारी मिली। मुख्य अतिथि एलडीएम राजकुमार ने कहा कि बकरी पालन एक तरह से गरीब की गाय होती है, जिसे कम पूंजी लगाकर अच्छा व्यवसाय शुरू कर कम खर्च में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। इसी लिए बकरी पालन को चलता-फिरता एटीएम कहा गया है। एलडीएम राजकुमार ने पशुपालन में स्वयं और पशु का बीमा करवाने के महत्व के बारे में भी प्रशिक्षणार्थियों को बताया ताकि स्वयं के जीवन व सम्पति की हानि से बचा जा सके। संस्थान निदेशक प्रेमसिंह पथरी ने बताया कि संस्थान की ओर से निदेशक पशुपालन विभाग के सहयोग से प्रतिभाशाली एवं कुशल पशु चिकित्सकों के माध्यम से बकरी पालन के लिए आवश्यक और महत्वपूर्ण जानकारियों से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाता हैं ताकि वह भविष्य में व्यवसाय करते समय आने वाली छोटी-बड़ी समस्याओं से बिना घबराए सामना कर सकें। उन्होंने कहा कि आरसेटी का मुख्य उद्देश्य कला के धनी लोगों को उनकी कला की पहचान करवाकर उन्हें उसी क्षेत्र में प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित करना ताकि वह अपनी कला में निपुण होकर अपना स्वयं का स्वरोजगार शुरू कर सकें। मुख्य अतिथि की ओर से सभी प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। इस मौके पर संस्थान अनुदेशक मुकेश कुमार, अनिल राठौड़, कार्यालय सहायक गणेशराम, रितिक अरोड़ा, महेन्द्र कुमार व सूरज कुमार मौजूद थे।