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हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश)। करीब एक साल से कोरोना महामारी से जूझ रहे देशवासियों के लिए आखिरकार शनिवार को वह घड़ी आ गई जिसका सभी को बेसब्री से इन्तजार था। आखिरकार जिले सहित देश भर में शनिवार से दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वायरस टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हो गया। हनुमानगढ़ जिले में भी पांच सेंटरों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधन के बाद दोपहर करीब 12.15 बजे कोरोना का टीका लगाने का कार्य शुरू हो गया। जिले के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मुखिया मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा व राजकीय जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने जिले में सबसे पहले कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले लाभार्थी बनने का गौरव हासिल किया। सीएमएचओ व पीएमओ ने टाउन स्थित महात्मा गांधी स्मृति राजकीय जिला चिकित्सालय में कोरोना का टीका लगवाया। टीका लगवाने पहुंचने पर सीएमएचओ व पीएमओ का मेडिकल ज्यूरिस्ट डॉ. शंकर सोनी ने माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया। जिले में जिला अस्पताल के अलावा जंक्शन के गांव धोलीपाल की सीएचसी, पीलीबंगा तहसील की गोलूवाला सीएचसी तथा डबलीराठान सीएचसी एवं रावतसर सीएचसी में स्वास्थ्य कर्मियों को यह वैक्सीन लगाई गई। पहले दिन कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य सफलतापूर्वक सम्पन्न होने पर सभी ने राहत की सांस ली। सभी पांचों सेंटरों पर शाम 5 बजे तक वैक्सीन लगाई गई। जिला अस्पताल में सीएमएचओ व पीएमओ के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ. निशांत बतरा, वरिष्ठ डॉक्टर पारस जैन, डॉ. ओपी बेनीवाल, डॉ. ज्ञानसिंह शेखावत ने टीका लगवाया। टीकाकरण कार्यक्रम के शुभारंभ मौके पर जिला अस्पताल सहित पांचों सेंटरों पर उत्सव सा माहौल रहा। बकायदा चिकित्सा केन्द्रों की गुब्बारों से सजावट की गई। वैक्सीनेशन को लेकर जिला अस्पताल में महिला नर्सिंग स्टाफ ने भी उत्साह दिखाया। इस कार्य से जुड़ा हर कोई अपनी ड्यूटी को लेकर पूरा मुस्तैद नजर आया। पांचों सेंटरों पर कहीं कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया जहां वैक्सीन लगाने के बाद किसी स्वास्थ्य कर्मी को घबराहट महसूस हुई हो। प्रत्येक सेंटर पर करीब 100-100 लाभार्थी स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। पहले दिन करीब 500 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेट किया गया। अभियान के तहत 18 साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं को यह टीका नहीं लगाया जाएगा। इसके अलावा कोरोना के लक्षण वाले लोगों को 14 दिन तक वैक्सीनेट नहीं किया जाएगा।

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