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नेपाल को कोरोना टीकों की पांच लाख खुराकें देगा चीन, भारत पहले ही दे चुका है 10 लाख डोज

नेपाल को कोरोना टीकों की पांच लाख खुराकें देगा चीन, भारत पहले ही दे चुका है 10 लाख डोज

टॉप न्यूज़, देश-विदेश
काठमांडू चीन ने नेपाल को कोविड-19 टीकों की पहली खेप भेजी तथा उसके अधिकारियों ने शनिवार को यहां कहा कि नेपाल को अनुदान के तौर पर टीकों की 500000 खुराकें भेजी जाएंगी। नेपाल के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अपने नेपाली समकक्ष प्रदीप ग्यावली के साथ शुक्रवार शाम को फोन पर बात की और आश्वासन दिया कि टीका सहयोग में चीन नेपाल को प्राथमिकता देगा। इसमें बताया गया कि वांग ने घोषणा की कि चीन अनुदान के आधार पर नेपाल को कोविड-19 टीकों की 500000 खुराकें देगा। चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी शिन्हुआ की एक रिपोर्ट के मुताबिक ग्यावली के साथ बातचीत में वांग ने कहा कि नेपाल को कोविड-19 टीकों की तत्काल आवश्यकता है जिसे चीन महत्वपूर्ण मानता है और उसने सहायता के रूप में टीकों की पहली खेप उसे देने का फैसला लिया है। काठमांडू में चीन के दूतावास की ओर स...
चीन है कि मानता नहीं: विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले- बातचीत का नहीं दिख रहा खास असर

चीन है कि मानता नहीं: विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले- बातचीत का नहीं दिख रहा खास असर

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नई दिल्ली देश के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा कि भारत और चीन की सेना के शीर्ष कमांडर पूर्वी लद्दाख में सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को लेकर नौ दौर की बातचीत कर चुके हैं और भविष्य में भी ऐसी बातचीत जारी रहेंगी। जयशंकर ने विजयवाड़ा में संवाददाताओं से कहा कि अब तक हुई बातचीत का कोई खास प्रभाव दिखाई नहीं दिया है। उन्होंने कहा, ''सैनिकों के पीछे हटने का मुद्दा बहुत पेचीदा है। यह सेनाओं पर निर्भर करता है। आपको अपनी (भौगोलिक) स्थिति और घटनाक्रम के बारे में पता होना चाहिए। सैन्य कमांडर इस पर काम कर रहे हैं।'' जयशंकर इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़पों को लेकर दोनों देशों के बीच मंत्री स्तरीय का बातचीत हो सकती है। भारत और चीन के बीच बीते साल पांच मई से ही पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध चल रहा है। इस गतिरोध को खत्म...
म्यांमार में हुए सैन्य तख्तापलट की संयुक्त राष्ट्र के दूत ने की निंदा, गिरफ्तार नेताओं के रिहाई की करी अपील

म्यांमार में हुए सैन्य तख्तापलट की संयुक्त राष्ट्र के दूत ने की निंदा, गिरफ्तार नेताओं के रिहाई की करी अपील

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म्यांमार म्यांमार में सत्ता पर सेना के नियंत्रण के बाद पहली बार संयुक्त राष्ट्र और म्यांमार की सेना के बीच बातचीत का खबरें सामने आई हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव की विशेष दूत ने म्यांमार के सैन्य उप प्रमुख से बात की और सेना की कार्रवाइयों की कड़ी निंदा की और हिरासत में लिए गए सभी नेताओं को तुरंत रिहा करने की अपील भी की। संयुक्त राष्ट्र महासचिव की म्यांमार मामलों की विशेष दूत क्रिस्टीन श्रेनर बर्गनर ने राजधानी नेपीता में डिप्टी कमांडर इन चीफ वाइस जनरल सोई विन से बात की। महासचिव एंतानियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने शुक्रवार को एक प्रेंस कॉन्फ्रेंस करके यह जानकारी दी। दुजारिक ने कहा कि म्यांमार के डिप्टी कमांडर इन चीफ के साथ ऑनलाइन बातचीत में बर्गनर ने महासचिव द्वारा सेना की कार्रवाइयों की कड़ी निंदा की गई, जिससे देश में लोकतांत्रिक सुधार बाधित हुए ...
ट्रंप के ‘अस्थिर रवैये’ की वजह से टूटेगी एक और परंपरा, नहीं दी जाएगी खुफिया जानकारी?

ट्रंप के ‘अस्थिर रवैये’ की वजह से टूटेगी एक और परंपरा, नहीं दी जाएगी खुफिया जानकारी?

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वॉशिंगटन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उनके 'अस्थिर बर्ताव' के कारण गोपनीय खुफिया जानकारियां नहीं दी जानी चाहिए। अमेरिका में कार्यकाल पूरा करने वाले राष्ट्रपति को शिष्टाचार के तौर पर ऐसी जानकारियां देने का इतिहास रहा है।  बाइडेन ने 'सीबीएस' न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मैं कयास नहीं लगाना चाहता। मुझे बस यही लगता है कि उन्हें खुफिया जानकारियां दिए जाने की जरूरत नहीं है। उन्हें खुफिया जानकारियां देने का क्या महत्व है? वह क्या प्रभाव डाल सकते हैं? इसके बजाय तथ्य तो यह है कि कभी भी उनकी जुबान फिसल सकती है और वह कुछ भी कह सकते हैं।' यह इंटरव्यू रविवार को टेलीकास्ट किया जाना है। शुक्रवार को इसके के कुछ अंश प्रसारित किए गए। बाइडेन ने कहा कि ट्रंप को उनके अस्थिर व्यवहार के कारण ऐसी जानकारियां नहीं दी जानी चाहिए। इस हफ्ते की ...
अमेरिकी कांग्रेस के इंडिया कॉकस का भारत से अनुरोध, शांतिपूर्ण प्रदर्शन को अनुमति मिले

अमेरिकी कांग्रेस के इंडिया कॉकस का भारत से अनुरोध, शांतिपूर्ण प्रदर्शन को अनुमति मिले

देश-विदेश
नई दिल्ली अमेरिकी कांग्रेस के शक्तिशाली इंडिया कॉकस के नेताओं ने भारत सरकार से लोकतांत्रिक नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शनों की अनुमति देने और इंटरनेट तक पहुंच मुहैया कराने का अनुरोध किया है। कॉकस ने भारत में चल रहे किसान आंदोलन के मुद्दे पर चर्चा के बाद यह आग्रह किया है। कांग्रेस के इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष सांसद ब्रैड शेरमन ने कहा कि उन्होंने भारत में चल रहे किसानों के आंदोलन के संबंध में अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू से बात करने के लिये अपने अन्य रिपब्लिकन सांसद स्टीव कैबट और उपाध्यक्ष सांसद रो खन्ना के साथ बैठक की है। अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में किसी देश विशेष के सबसे बड़े कॉकस 'इंडिया कॉकस' की यह पहली बैठक थी। शेरमन ने कहा, ''मैं भारत सरकार से लोकतांत्रिक नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शनों की अनुमति देने और पत्र...
सरहद पार सुर संगम:पाकिस्तान के वसीम लता मंगेशकर की तरह गाते हैं, सोशल मीडिया पर ‘वसीम लता’ के नाम से फेमस

सरहद पार सुर संगम:पाकिस्तान के वसीम लता मंगेशकर की तरह गाते हैं, सोशल मीडिया पर ‘वसीम लता’ के नाम से फेमस

टॉप न्यूज़, देश-विदेश
इस्लामाबाद लता मंगेशकर (बाएं) और पाकिस्तान में उनके नाम से मशहूर हुए- वसीम। सोशल मीडिया पर उन्हें वसीम लता कहा जा रहा है। लता मंगेशकर किसी परिचय की मोहताज नहीं। दुनिया में उनके करोड़ों फैन्स हैं। लेकिन, एक नाम इन दिनों सोशल मीडिया पर खासतौर पर तैर रहा है। ये नाम है- वसीम लता। जी हां, पाकिस्तान में 29 साल के वसीम खान को इसी नाम से जाना जाता है। इन दिनों अमूमन हर पाकिस्तानी टीवी चैनल पर वसीम लता का इंटरव्यू देखने मिल जाता है। वे 8 साल की उम्र से लता मंगेशकर के गीत गुनगुनाते आ रहे हैं। यह शौक से अब उन्हें शौहरत और पैसा दोनों दिला रहा है। ठोकरें खाना नसीब में थाdailypakistan की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वसीम हैदराबाद (पाकिस्तान) के एक बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। पिता को अस्थमा था, लिहाजा घर की जिम्मेदारी वसीम पर आ गई। पिता पेंटर थे। इसलिए वसीम ने भी पेंटिंग सीखी। इसे कमाई का ज...
बाइडेन का विदेश नीति पर पहला भाषण:अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत का जिक्र नहीं किया, दुनिया से कहा- अमेरिका इज बैक; उनके भाषण की 10 अहम बातें

बाइडेन का विदेश नीति पर पहला भाषण:अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत का जिक्र नहीं किया, दुनिया से कहा- अमेरिका इज बैक; उनके भाषण की 10 अहम बातें

देश-विदेश
वॉशिंगटन गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन स्टेट डिपार्टमेंट यानी विदेश मंत्रालय पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी सरकार की विदेश नीति के बारे में जानकारी दी। वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस भी साथ थीं। 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले जो बाइडेन ने पहली बार नई विदेश नीति की तस्वीर सामने रखी। इसके लिए वे खास तौर पर स्टेट डिपार्टमेंट यानी विदेश मंत्रालय पहुंचे। भारत को लेकर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन चीन और म्यांमार के मुद्दों पर कुछ संकेत दिए। यमन संकट पर सऊदी अरब को इशारा दिया कि वो मानवाधिकारों को लेकर सतर्क रहे। यहां जानते हैं कि किस मुद्दे पर उन्होंने क्या कहा। रूस: वहां सोशल एक्टिविस्ट एलेक्सी नेवेल्नी को इसलिए गिरफ्तार किया गया, क्योंकि वे करप्शन को उजागर कर रहे थे। हम मांग करते हैं कि नेवेल्नी को फौरन और बिना शर्त रिहा किया जाए।म्यांमार: अमेरिका अपने सभी सहयो...
अफगानिस्तान में हमला:तालिबान ने सुरक्षा बलों की चेक पोस्ट पर घात लगाकर फायरिंग की, 16 सैनिकों की मौत

अफगानिस्तान में हमला:तालिबान ने सुरक्षा बलों की चेक पोस्ट पर घात लगाकर फायरिंग की, 16 सैनिकों की मौत

देश-विदेश
काबुल अफगानिस्तान के लोगार प्रॉविन्स में मिलिट्री बेस पर मौजूद सैनिक। यहां से कुछ दूरी पर ही कुंदुज प्रांत का वह इलाका है जहां गुरुवार रात तालिबान ने हमला किया। इसमें 16 सैनिकों की मौत हो गई। 2 सैनिकों को अगवा किया गया है। (फाइल) अफगानिस्तान में तालिबान ने गुरुवार को सेना की एक चेक पोस्ट पर घात लगाकर हमला किया। इसमें 16 सैनिकों की मौत हो गई। घटना कुंदुज प्रांत के खान आबाद जिले में हुई। स्थानीय प्रशासन के अधिकारी रब्बानी रब्बानी ने कहा- यह हमला खान आबाद जिले के ताप ए अख्तर इलाके में हुआ। यह क्षेत्र काफी दूर है। इस हमले में 16 सैनिक मारे गए। 2 सैनिकों को तालिबानी अपने साथ ले गए। इस इलाके में आर्मी की एक यूनिट तैनात की गई है। आतंकियों की तलाश की जा रही है। अमेरिका से मांगअमेरिका में ट्रम्प प्रशासन ने चुनाव हारने से पहले अफगानिस्तान से सैन्य वापसी के लिए मई डेडलाइन तय की थी। इसके...
नासा का मार्स मिशन:एटमी ऊर्जा से चलने वाले रॉकेट से 3 महीने में मंगल पर पहुंच सकता है इंसान, पर ऑक्सीजन की समस्या हो सकती है

नासा का मार्स मिशन:एटमी ऊर्जा से चलने वाले रॉकेट से 3 महीने में मंगल पर पहुंच सकता है इंसान, पर ऑक्सीजन की समस्या हो सकती है

देश-विदेश
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अब परमाणु ऊर्जा से चलने वाला रॉकेट बनाने की योजना पर काम करने वाली है। अगर यह प्रोजेक्ट सफल रहा तो धरती से करीब 23 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित मंगल पर इंसान 3 महीने में पहुंच सकता है। वर्तमान में मंगल तक पहुंचने में मानवरहित रॉकेट 7 महीने का वक्त लेते हैं। नासा की योजना 2035 तक मानव को मंगल ग्रह पर पहुंचाने की है। नासा की सबसे बड़ी चिंता रॉकेट की रफ्तार को लेकर है। अगर इंसान इतनी दूरी तय करता हैं तो ऑक्सीजन की कमी सबसे बड़ी परेशानी खड़ी करेगी। वहीं, मंगल ग्रह आर्कटिक से भी ज्यादा ठंडा है। ऐसे में कम ऑक्सीजन के साथ जाना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए यात्रा के समय को कम करने पर नासा के वैज्ञानिक काम कर रहे हैं। परमाणु शक्ति वाले रॉकेट की डिजाइन तैयारअमेरिका के सिएटल स्थित कंपनी अल्ट्रा सेफ न्यूक्लियर टेक्नोलॉजीज (USNC-Tech) ने नासा को न्यूक्लियर थर्मल प्...
कोरोना दुनिया में:अमेरिका में दो हफ्ते में करीब 40 हजार मौतें, स्वीडन और डेनमार्क डिजिटल वैक्सीन पासपोर्ट देंगे

कोरोना दुनिया में:अमेरिका में दो हफ्ते में करीब 40 हजार मौतें, स्वीडन और डेनमार्क डिजिटल वैक्सीन पासपोर्ट देंगे

देश-विदेश
वॉशिंगटन दुनिया में अब तक 10.53 करोड़ से ज्यादा संक्रमित, 22.92 लाख मौतें हो चुकीं, 7.70 करोड़ स्वस्थअमेरिका में संक्रमितों का आंकड़ा 2.72 करोड़ से ज्यादा, अब तक 4.66 लाख लोगों ने गंवाई जान दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 10.53 करोड़ से ज्यादा हो गया। 7 करोड़ 70 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 22 लाख 92 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। स्वीडन और डेनमार्क ने देश में संक्रमण रोकने के लिए कई सख्त कदम उठाए थे। अब दोनों देश वैक्सीनेशन पर जोर दे रहे हैं। दोनों ही देश कुछ महीनों डिजिटल वैक्सीन पासपोर्ट जारी करेंगे। स्वीडन और डेनमार्क का फैसलास्वीडन और डेनमार्क डिजिटल वैक्सीन पासपोर्ट जारी करने पर विचार कर रहे हैं। इसके तहत यात्रा से पहले ये दोनों देश डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए पैसेंजर्स के बारे में यह जानकारी दे...