बीकानेर

भारत व अमेरिका के संयुक्त युद्धाभ्यास में दोनों देशों के सैनिक एक साथ आतंकी पर निशाना साधते हुए।
एक तरफ से अमेरिका का स्ट्राइकर रेत के धोरों में दौड़ता चला जा रहा है तो दूसरी तरफ से भारत का सारथ भी दहाड़ रहा है। दोनों सेनाओं के जवान एक साथ मिलकर टास्क पर काम कर रहे हैं। लक्ष्य है आतंक को खत्म करना। अभ्यास में एक तरफ भारतीय जवान निशान साधे हुए हैं, तो दूसरी तरफ अमेरिकी जवान अपना हुनर दिखा रहे हैं।
आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों के संयुक्त युद्धाभ्यास में महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में तीसरे दिन धमाकों की आवाज सुनाई देने लगी। यह अभ्यास अब युद्ध के स्तर पर पहुंच गया है। यहां हर रोज एक प्लान तैयार होता है। दोनों देशों की सेना साथ में मिलकर इस प्लान पर काम कर रही है। महाजन में बने कई कच्चे पक्के मकानों के बीच आतंक से लड़ा जा रहा है। जिन ठिकानों पर आतंकी बताए जाते हैं, वहां तक पहुंचने के लिए क्या हो सकता है? इस पर पहले चर्चा होती है और फिर पूरी ताकत के साथ उससे लड़ा जाता है। इस दौरान एक ग्रुप सड़क मार्ग को खोलने की कोशिश में रहते हैं, जिसे सैन्य भाषा में रोड ओपनिंग ड्रिल कहा गया है। दोनों देशों के सैनिक मिलकर इस ड्रिल को पूरा कर रहे हैं।
डॉग स्क्वायड बता रहे रास्ता
इस युद्ध में भारत और अमेरिकी जवानों के साथ दोनों के देशों के उपकरण काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं इन देशों के डॉग स्क्वायड भी हिस्सा ले रहे हैं। बुधवार की ड्रिल में आतंकियों का पता लगाने में दो डॉग्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसमें सफेद रंग की फिमेल डॉग सिम्मी है तो उसके साथ मेल डॉग पुल्ली ने आतंकियों का पता लगाया। इन दोनों की ट्रेनिंग साथ चल रही है।
