हाईटेंशन लाइन के शॉट सर्किट से जले उपकरण, लोगों के आक्रोश
by seemasandesh
गत वर्ष भी हुई थी घटना, एक कॉलोनी को सही दूसरी को अवैध बता थमाए जाते हैं नोटिस श्रीगंगानगर (सीमा सन्देश)। राजस्थान राज्य विधुत प्रसारण निगम के 3 ई छोटी गली नम्बर 8 के पोल में आ रही हाईटेंशन लाइन में स्पार्किंग से तेज धमाका हो गया। धमाका इतना तेज था कि आस-पास के लोगो में हड़कंप मच गया और लोगों के घरों के लाखों रुपये के उपकरण जल गए। वहीं धमाके के कारण रणजीत सिंह भाटी के घर के खिड़कियों के शीशे टूट गए। स्थानीय निवासी रजत स्वामी ने बताया कि हाईटेंशन लाइन 1982 में इस इलाके में स्थापित की गई थी । तब यह कृषि भूमि थी यंहा आबादी नहीं थी। अब इस इलाके में बड़ी संख्या में आबादी हो गई है और हजारों घरों के ऊपर से यह हाईटेंशन लाइन गुजरती है और लोग खतरे में अपना जीवनयापन करते है। शुक्रवार को हाईटेंशन लाइन शॉट सर्किट से स्थानीय निवासी रामनारायण सारस्वत, रणजीत सिंह भाटी, भवँरलाल सारस्वत, मांगीलाल तावनिया, सहित आस-पास के घरो में लगे विधुत उपकरण जल गए। शॉट सर्किट के दौरान धमाका इतना तेज हुआ कि इलाके में हड़कंप मच गया। लोगों के विद्युत उपकरण जलने पर स्थानीय लोगों में राजस्थान राज्य विधुत प्रसारण निगम लिमिटेड के खिलाफ आक्रोश बढ़ गया। लोगों ने इस घटना की जानकारी विभाग के अधिकारियों को देते हुए इस हाईटेंशन लाइन को शहर से दूर शिफ्ट करने की मांग की। स्वामी ने बताया कि हाईटेंशन लाइन में स्पार्किंग होने से 18 सितम्बर 2022 को एक युवक बुरी तरह से झुलस गया था। इसके बाद उसे इलाज के लिए बीकानेर रैफर किया था। जिसका आज तक उपचार जारी है। स्वामी ने बताया कि हनुमानगढ़ रोड़ स्थित शहर की पॉस कॉलोनी रिद्धि सिद्धि भी इसी हाईटेंशन लाइनों के नीचे बसी है। वंहा कोई कार्यवाही नहीं होती जबकि राजस्थान राज्य विधुत प्रसारण निगम द्वारा 3 ई छोटी में हाइटेंशन लाइन के नीचे बने घरो को अवैध घोषित कर इन्हें नोटिस थमा दिया जाता है। जबकि इस क्षेत्र में हर साल इस हाईटेंशन लाइन से दुर्घटनाए हो रही है।