कंगना रनोट ने एक बार फिर महाराष्ट्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। मामला उनके पासपोर्ट रिन्यू करवाने से जुड़ा है। जिसमें बॉम्बे हाई कोर्ट ने उनके आवेदन पर सुनवाई को 25 जून तक के लिए बढ़ा दिया है। लेकिन कंगना ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस बार आमिर खान के इनटॉलरेंस वाले बयान का जिन्न भी बाहर निकाल दिया है।
सिर्फ कह रही हूं- कंगना रनोट
कंगना ने लिखा- महाविनाशकारी सरकार ने फिर से मेरा परोक्ष उत्पीड़न शुरू कर दिया है, पासपोर्ट नवीनीकरण के लिए मेरा अनुरोध अस्वीकार कर दिया गया है क्योंकि मुन्नावर अली नाम के एक टपोरी सड़क छाप रोमियो ने मुझ पर देशद्रोह का मुकदमा दायर किया, जी हां यही इसकी विडंबना है। अदालत ने मामला लगभग खारिज कर दिया था और कारण दिया कि मेरा अनुरोध अस्पष्ट है। कृपया ध्यान दें कि जब आमिर खान ने भारत को असहिष्णु कहकर भाजपा सरकार को नाराज किया था, तो किसी ने भी उनकी फिल्मों या शूटिंग को रोकने के लिए उनका पासपोर्ट वापस नहीं लिया था। किसी भी तरह से उन्हें प्रताड़ित या परेशान नहीं किया गया था।
यह था अब तक का मामला
एक दिन पहले सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट की बेंच ने कंगना के वकील से कहा- “कौन सा सक्षम प्राधिकारी है, जिसने आपको मना कर दिया? आप भारतीय पासपोर्ट प्राधिकरण को एक पक्ष बनाए बिना उसके खिलाफ निर्देश मांग रही हैं? यह सब मौखिक है। पासपोर्ट का नवीनीकरण पासपोर्ट प्राधिकरण का व्यवसाय है, पीएसआई का नहीं। एक पुलिस स्टेशन को एक आवेदन दिया गया था, और आपने इसके खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया है।”
कंगना की ओर से उनका पक्ष एडवोकेट रिजवान सिद्दीकी रख रहे थे। उन्होंने कहा था कि जब कंगना अपने पासपोर्ट नवीनीकरण के लिए फॉर्म भरने गई थीं, तो उनसे कहा गया था कि देशद्रोह की एफआईआर एक समस्या होगी। बेंच ने कहा कि वह किसी पक्ष द्वारा केवल मौखिक प्रस्तुतीकरण पर कोई आदेश पारित नहीं कर सकती है।