- पहले दिन की कार्रवाई हादसों में दिवंगतों को श्रद्धांजलि के साथ स्थगित, कल सुबह 11 बजे शुरू होगी
- राज्यपाल अभिभाषण पढ़ते रहे, माकपा विधायक बलवान पूनिया वेल में आकर हंगामा करते रहे
राजस्थान विधानसभा में बजट सत्र की पहले दिन की कार्रवाई राज्यपाल के अभिभाषण और दिवंगतों को श्रद्धांजलि के बाद कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन में आज 21 दिवंगत नेताओं के साथ उत्तराखंड और जालौर हादसे के मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई। राज्यपाल ने अभिभाषण में कृषि कानून और पेट्रोल डीजल की कीमतों का जिक्र किया। इसमें गहलोत सरकार की कूटनीति नजर आई। देश में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल बेच रही गहलोत सरकार ने राज्यपाल कलराज मिश्र से अभिभाषण में कहलवा दिया- केंद्रीय उत्पाद शुल्क ज्यादा है, राज्य ने 2% वैट कम कर राहत दी है। यह तय हो गया है कि राजस्थान का बजट 24 फरवरी को पेश किया जाएगा।
किसान आंदोलन के समर्थन में ट्रैक्टर पर महिला विधायक, पुलिस ने रोका
इससे पहले कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा विधानसभा की कार्रवाई में भाग लेने के लिए ट्रैक्टर चलाकर पहुंची। विधानसभा के गेट तक पहुंचने से पहले ही पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया। इस पर विधायक ने ट्रैक्टर की स्टेयरिंग ड्राइवर को थमा दी और खुद पैदल चलकर विधानसभा चली गईं।
माकपा विधायक का हंगामा, वेल में पहुंच गए और जताया कृषि कानून का विरोध
वहीं, राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में माकपा विधायक बलवान पूनिया ने हंगामा शुरू कर दिया। बलवान वेल में आकर हंगामा करते रहे और राज्यपाल अभिभाषण पढ़ते रहे। राज्यपाल ने करीब एक घंटे तक अभिभाषण पढ़ा।
संविधान का पाठ पढ़ाकर शुरुआत की राज्यपाल ने
इससे पहले राज्यपाल के अभिभाषण के साथ ही आज से विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने आज अभिभाषण से पहले नई परंपरा डाली, राज्यपाल ने अभिभाषण से पहले विधानसभा में संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्त्तव्यों को पढ़ा और सभी विधायकों ने भी इसे दोहराया। सभी विधायकों को संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्त्तव्यों के पालन की शपथ दिलाने के बाद राज्यपाल ने अभिभाषण पढ़ा।

विधानसभा में अभिभाषण से पहले संविधान की प्रस्तावना पढ़ते राज्यपाल कलराज मिश्र।
राज्यपाल के अभिभाषण की शुरुआत में राज्य में कोरोना मैनेजमेंट और कोरोना काल में किए गए कामकाज पर फोकस रहा है। अभिभाषण में कोरोना काल में हुए काम का दो पेज में जिक्र किया गया है। केंद्रीय कृषि कानूनों को बाईपास करने के लिए बनाए गए राज्य के तीन कृषि कानूनों का भरी अभिभाषण में जिक्र किया गया, राज्यपाल ने उस अंश को भी पढ़कर सुनाया। पहले इस तरह की अटकलें थीं कि शायद राज्यपाल उस अंश को न पढें, क्योंकि वे तीनों बिल राज्यपाल के पास ही लंबित पड़े हैं।
पहली बार संविधान की प्रस्तावना से हुई अभिभाषण की शुरुआत
राज्यपाल ने इस बार अभिभाषण की शुरुआत संविधान की प्रस्तावना पढ़कर की। यह पहली बार हुआ है। इन दिनों राज्यपाल कलराज मिश्र हर कार्यक्रम की शुरुआत आजकल संविधान की प्रस्तावना पढ़ने से कर रहे हैं, पिछले दिनों राज्यपाल की इस पहल की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी तारीफ कर चुके हैं। हालांकि, संविधान की प्रस्तावना पढ़ने की शुरुआत सीएए के विरोध में पिछले साल हुए विरोध प्रदर्शनों से हुई थी, पहली बार प्रियंका गांधी ने सीएए के विरोध प्रदर्शन में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी थी, इसके बाद कांग्रेस के कार्यक्रमों में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी जाने लगी। राज्यपाल कलराज मिश्र भी अब हर कार्यक्रम की शुरुआत में संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्तव्य पढ़वाते हैं, आज भी विधानसभा में भी राज्यपाल इसकी शुरुआत कर रहे हैं।
आज बीएसी की बैठक में तय हुई बजट की तारीख, 24 फरवरी को आएगा
आज बीएसी की बैठक में तय हुई बजट की तारीख, 24 फरवरी को आएगा
बजट सत्र का कामकाज तय करने के लिए आज सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद स्पीकर सीपी जोशी की अध्यक्षता में विधानसभा की कार्य सलाहकार समिति (बीएसी) की बैठक हुई। बीएसी की बैठक में बजट की तारीख और बजट सत्र का कामकाज तय किया। सरकार 24 फरवरी को बजट पेश करने जा रही है। कल से विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस शुरू होगी। 11, 12, 13 और 15 फरवरी को अभिभाषण पर बहस चलेगी। 15 फरवरी को शाम 5 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अभिभाषण पर बहस का जवाब देंगे। 16 से 23 फरवरी को विधानसभा की कार्यवाही की छुट्टी रहेगी। 24 फरवरी को 11 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बजट पेश करेंगे।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में बनेगी विपक्ष के हमलों के जवाब की रणनीति
कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज शाम को मुख्यमंत्री निवास पर होगी। बैठक में सभी कांग्रेस और समर्थक निर्दलीय विधायकों को बुलाया गया है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में बजट सत्र के दौरान विपक्ष के हमलों का जवाब देने की रणनीति पर मंथन होगा। मंत्रियों और विधायकों को पूरी तैयारी करके सदन में आने के लिए कहा जाएगा।
